सावधान चाय प्रेमियों: कहीं कीड़े-मकोड़े उबाल कर तो नहीं पी रहे आप, हुआ बड़ा वैज्ञानिक खुलासा
Insect DNA in Tea: खोज कर रहे वैज्ञानिक ने बताया कि हर प्रजाति के जीवों का एनवायरमेंटल डीएनए होता है, जिसे वो हवा या पानी में छोड़ देता है।
Insect DNA in Tea: अगर आप भी चाय लवर हैं तो ये खबर आप को हैरान करने के साथ साथ आपका मूड भी खबर कर सकती हैं। हो सकता है इस खबर को पढने के बाद कुछ लोग चाय पीना ही छोड़ दें। जर्मनी (Germany) स्थित ट्रियर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक और उनकी टीम ने एक बड़ी खोज की है। जिसमें वो खोज कुछ और रहे थे लेकिन खुलासा कुछ और ही हुआ। चाय की पत्तियां सिर्फ तरोताजा रखने के काम नहीं आती। इसमें प्राचीन जानकारियाँ भी छुपी हैं। हाल ही में किये एक शोध से पता चला है कि चाय में कीड़े-मकौड़ों के DNA मिले (Insect DNA in Tea) हैं।
खोज कर रहे वैज्ञानिक ने बताया कि हर प्रजाति के जीवों का एनवायरमेंटल डीएनए होता है, जिसे वो हवा या पानी में छोड़ देता है। जिससे पता लगता है कि कौन सी प्रजाति कहा पाई जाती है। जहाँ तक बात हैं वैज्ञानिकों की खोज की तो वे सूखे पौधों से कुछ ख़ास प्रजातियों की खोज करने में जुटे हुए थे लेकिन खोज के दौरान उन्हें चाय के बैग्स में सैकड़ों आर्थ्रोपोड्स (Arthropods) के डीएनए मिले। हम यह काम 35 साल से कर रहे हैं।
ऐसे DNA का अंश छोड़ देता है कीड़ा
ऐसा कहा गया कि अगर पेड़ पर बैठे कीड़े ने किसी पत्ती को काटा तो वो वह अपने DNA का अंश छोड़ ((Insect DNA in Tea)) जाता है। लेकिन बहुँत से अन्य वैज्ञानिकों का कहना है कि कुछ दिन बाद अल्ट्रावायलेट किरणों से DNA ख़त्म हो जाते हैं या फिर बारिश में धुल जाते हैं। इसी लिए वैज्ञानिक ने हार्बेरियम रिकॉर्ड्स की जांच की।अंधेरे और सूखी जगह पर रखा जाता है। उन्होंने बताया कि खोज के दौरान उन्हें एक ही टी बैग में सैकड़ों कीड़ों के eDNA प्राप्त हुए। जिसे देखने के बाद हर कोई हैरान था ।