OMG! मर्दानगी साबित करने के लिए चीटियों से कटवा रहे लोग, जाने इसके पीछे का मुख्य कारण

Ajab Gajab News: इन जनजातियों की कुछ परम्परा बहुत अलग होती है। ब्राजील में रहने वाले आदमियों को अपनी मर्दानगी या बहादुरी साबित करने लिए कुछ खतरनाक करना पड़ता है।

Written By :  Anjali Soni
Update:2022-11-22 19:26 IST

Brazil Unknown Fact(photo-social media)

Ajab Gajab News: दुनिया में ऐसी बहुत सी जनजातियां है जो आज भी अपने कल्चर, रीती रिवाजों और परम्परा का पालन करते हैं। जहां आज के लोग पुरानी चीजों से आगे बढ़कर कुछ नया कर रहे हैं। वहीं आदिवासी आज भी अपनी सालों से चली आ रही परम्परा का पालन कर रहे हैं। जिन जंगलों में ये जनजातियां रहती हैं उन पर इनका पूरा अधिकार होता है। इतना कि सरकार भी इनकी परम्परा पर कोई दखल नहीं देते हैं। इनकी यह परम्परा जानकर कोई भी हैरान हो जाए, कुछ जनजातियां तो अपने रहन सहन और रीतिरिवाजों के चलते काफी चर्चा में रहती है।

आइए जानते हैं ब्राजील में रहने वाली ये जनजाति कौन सी परंपरा का पालन आज भी करती है और आखिर क्यों

इन जनजातियों की कुछ परम्परा बहुत अलग होती है। ब्राजील में रहने वाले आदमियों को अपनी मर्दानगी या बहादुरी साबित करने लिए कुछ खतरनाक करना पड़ता है। अमेजन के साटेरे-मावा जनजाति के लोगों की पुरानी परंपरा है कि उन्हें अपने इलाके को यह साबित करना पड़ता है कि वह अब काबिल हो चुके हैं या नो जवान हो गए है। इसलिए अपने आपको सैकड़ों खतरनाक चींटियों से कटवाते हैं। इसके बाद ही लड़कों की शादी हो पाती है। इस अजीबोगरीब परंपरा के मुताबिक, जनजाति के लड़कों को खतरनाक चीटियों से कटवाना होता है।

इसके लिए 12 साल या उससे अधिक उम्र के बच्चे खुद जंगल से खतरनाक चीटियों को लाते हैं। फिर उन चींटियों को लकड़ी से बने दस्ताने में डालते हैं। फिर लड़के 20 बार इसमें हाथ को डालते हैं, साथ में इस दिन बहुत नाच गाना होता है। खतरनाक चींटियों के काटने से मधुमक्खी के डंक से भी 30 गुना अधिक दर्द होता है। यह परम्परा इसलिए की जाती है क्योंकि इससे यह साबित हो जाता है कि वह आगे जाकर रक्षा कर सकते हैं। ताया जाता है कि किसी गोली लगने जैसा दर्द होता है। कई दिनों तक हाथ सूजा रहता है।

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