Hanging Train in Germany: कभी देखा नहीं होगा ऐसा भयानक रेलवे ट्रैक, जहां पटरी के ऊपर नहीं नीचे लटकर चलती है ट्रैन
Hanging train in Germany: यह ट्रैन आपको जर्मनी में देखने को मिलेगी, सिर्फ इस ट्रैन को देखने के लिए ही दूर दूर से लोग वहां जाते हैं।
Hanging Rail in Germany: ट्रैन का सफर तो हर किसी ने किया होगा और अगर किसी ने नहीं भी किया है तो ट्रैन चलते हुए तो सभी ने देखी होगी। ट्रैन हमेशा अपनी पटरी पर चलती है। लेकिन ट्रैन भी बहुत सारे टाइप की होती है। भारत में भी बहुत सारे प्रकार की ट्रैन होती लेकिन सभी ट्रैन सीधा पटरी पर चलती है। लेकिन क्या आपने कभी किसी ट्रैन को उल्टा चलता देखा है। सुनकर यह बात अजीब लग रही होगी लेकिन यह बात सच है कि ट्रैन उलटी भी चलती है। यह बात सुनकर आपके दिमाग में यह सवाल तो जरूर आया होगा कि अगर ट्रैन निचे लटक कर चल रही है तो ट्रैन नीचे क्यों नहीं गिर रही और उसमें यात्री सवारी करते हैं या नहीं इन सारे जवाबों के आंसर आपको आज मिलने वाले हैं।
उल्टा नीचे लटकर भी नहीं गिरती है पटरी से ट्रैन, यात्री भी बिना डरे करते हैं सफर
यह ट्रैन आपको जर्मनी में देखने को मिलेगी, सिर्फ इस ट्रैन को देखने के लिए ही दूर दूर से लोग वहां जाते हैं। इस ट्रैन की हिस्ट्री की बात करे तो यह ट्रैन 21 वीं सदी की नहीं बल्कि 120 साल से शुरू है। इस ट्रैन को बनाने से पहली ही जर्मनी में बहुत डेवलोपमेन्ट हो गया था। जिसकी वजह से ट्रैन के ट्रैक को बनाने के लिए जगह नहीं थी। फिर किसी ने दिमाग लगाया कि जगह जमीन पर ही तो नहीं है ऊपर तो है ना फिर ट्रैक को ऊपर की साइड बनाया गया। लोगों को इस उलटी ट्रैन में सफर करने से डर भी नहीं लगता है।
ट्रैन में रोज 82 हजार लोग सफर करते हैं और यह ट्रैन 121 साल से बनी हुई है। फिर भी आज तक कोई बुरी दुर्घटना नहीं हुई। इस ट्रैन को मोनरेल भी कहते हैं। मतलब वहां पर इस ट्रैन को इसी नाम से जाना जाता है। बता दें कि यह ट्रैन जर्मनी के अलावा सिर्फ जापान में पाई। यह ट्रैन कभी भी अपनी रफ़्तार को नहीं रोकती है। नदी हो या झरने या नीचे बना रास्ता ट्रैन बस सीधा चलती रहती है। उसे कुछ मतलबनहि नीचे चाहे जाम हो या और कुछ ट्रैन उलटी होकर आराम से चलती रहती है।