Interesting Unknown Facts: सोते वक्त पेड़ की डालियों से क्यों नहीं गिरते पक्षी ? जानिए इसके पीछे का कारण
Interesting Unknown Facts: पक्षी जब पेड़ की डाली पर बैठता है। तो उसके पंजो में एक मजबूत पकड़ होती है। जिसकी वजह से वह डाल से बंद जाते हैं। पक्षी इंसानों की तरह नहीं सोते हैं।
Bird Sleeping Facts:हमारे सामने कभी कबार कुछ ऐसी चीजे आती है। जिसे देख कर हम चाहकर भी नजरअंदाज नहीं कर पाते हैं। उन्हें देखते ही मन में कई तरह के सवाल उठते हैं। साथ में कभी-कभी हैरानी भी होती है। कि क्या सच में ऐसा होता है यदि होता भी है तो कैसे होता है। पक्षियों को तो हम सब ने देखा ही है। लेकिन किसी-किसी ने उन्हें सोते हुए भी देखा होगा। उन्हें देख कर क्या आपने सोचा है पक्षी पेड़ पर सोने के बावजूद भी पेड़ की टहनी से गिरते क्यों नहीं है। वह नींद में भी संतुलन कैसे बनाते हैं और नीचे क्यों नहीं गिरते। अगर हम इंसानों की बात करे तो क्या हम हाथों के सहारे डाल से लटक कर नींद ले सकते हैं। ये बात बिल्कुल ही असंभव है। इसका कारण ये कि हमें डाल को पकड़ने के लिए प्रयास करना पड़ता है और नींद में ऐसा प्रयास करना संभव नहीं है।
आखिर पक्षी क्यों नहीं गिरते डाली से
पक्षी जब पेड़ की डाली पर बैठता है। तो उसके पंजो में एक मजबूत पकड़ होती है। जिसकी वजह से वह डाल से बंद जाते हैं। पक्षी इंसानों की तरह नहीं सोते हैं। इंसान रात को ज्यादा ग़हरी नींद में सोते हैं। नींद के दौरान एक वक़्त ऐसा आता है कि जिसमें हमारी नींद सबसे गहरी होती है। उस समय हमें सपने भी आते हैं। ये दौर हमारे लिए कुछ मिनट तक का होता है। जबकि पक्षियों के लिए ये समय 10 सेकंड का होता है। यानि पक्षी छोटी छोटी नींद लेकर सोते हैं। मजेदार बात ये है कि पक्षी कई बार एक आंख खोल कर भी सोते हैं। वह अपने दिमाग को इस तरह से कंट्रोल कर लेते हैं कि सोने के वक्त उनके दिमाग का कोई भी एक भाग यानि की लेफ्ट हेमिएस्फेर या राइट हेमिएस्फेर एक्टिव रहता है।
इस तरह की नींद लेने की क्षमता के चलते ही चिड़ियां अपने आपको कभी भी किसी खतरे से बचा सकती है जब वो सो रही होती है यानि वह सोते वक़्त भी शिकारी के पास होने के एहसास को समझ जाती है। ये ही वजह है कि पक्षी सोते वक़्त डालियों से नहीं गिरते हैं क्योंकि सोते हुए भी उनके दिमाग का एक हिस्सा जगा रहता है और उनके पैरों की बनावट ऐसी होती है कि वह डाली को मजूबती से पकड़ सकते हैं। प्रकृति ने उनको पैरों की बनावट ऐसी दी है जब वह सोने के लिए पेड़ पर बैठते है तो उनके पंजे टहनियों को जकड़ लेते हैं। वह तब तक नहीं छोड़ते हैं जब तक पक्षी के पैर सीधे ना हो जाए जब वह नींद से जागते हैं।