अनमास्क का एलानः कोरोना संकट के बीच इस देश में चेहरा खुला रखने का आदेश
ये काफी अजब गजब मामला है कि महामारी के दौर में किसी देश ने कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनने की अनिवार्यता को ही खत्म कर दी।
लखनऊः कोरोना संकट (Coronavirus) के बीच दुनिया के तमाम देश नागरिकों की सुरक्षा को लेकर परेशान है। अर्थव्यवस्था बिगड़ी हुई है। कई बड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना अनिवार्य (Corona Mask) है। इन सब के बीच एक ऐसा भी देश है, जहां मास्क न लगाने (Unmask) का एलान कर दिया गया है। संकट से जूझ रहे हर देश और उनके नागरिकों के लिए ये काफी अजब गजब मामला है कि महामारी के बीच किसी देश ने कोरोना से बचाव के लिए चेहरा ढकने की जरूरत के फैसले को ही खत्म कर दी। सवाल है कि आखिर देश ने ऐसा फैसला क्यों दिया?
दरअसल, कोविड मास्क न पहनने का एलान करने वाले जिस देश की बात कर रहे हैं, वह है इजराइल (Israel)। इजरायल ने कोरोना से जंग जीत ली है। यहां सबसे बड़ा वैक्सीन अभियान चलाया गया। जिसमें 81 फीसदी जनता के टीकाकरण हो गया है और संक्रमण के स्तर में तेजी से गिरावट आई है। देश ने 16 साल से अधिक उम्र के 81 फीसदी नागरिकों और निवासियों को कोरोना के दोनों डोज दे दिए हैं। परिणाम ये है कि इजरायल के अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या भी काफी कम हो गई है।
ऐसे में इजरायल ने अपने नागरिकों के मास्क पहनकर निकलने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। इसके बाद अधिकतर लोगों ने चेहरे से मास्क उतार फेंका है। मास्क हटाने का आदेश देने वाला इजरायल संभवत: दुनिया का पहला देश है। ये एक जोखिम भरा फैसला भी हो सकता है क्योंकि अगर संक्रमण दोबारा फैला तो बड़ी तेजी से लोग इसकी चपेट मे आ जाएंगे।
हालांकि इजरायल ने विदेशियों की एंट्री पर बैन लगा रखा है। वहीं बिना टीका लगवाए इजरायली लोगों का प्रवेश भी सीमित है। ऐसे में अगर किसी देश से कोई इजरायली नागरिक वापस स्वदेश लौटता है, तो पहले तो उसने वैक्सीन ली है या नहीं इसकी जांच कर उस आधार पर उसे देश में प्रवेश की अनुमति देनी है या नहीं तय होगा। वहीं उन्हें आते ही क्वारंटाइन किया जाएगा।