अजब-गजब: तीन जापानी नेता हो गए हैं प्रेगनेंट!
जापान में 3 नेता बेहद भारी जैकेट पहनकर घूम रहे हैं। इन जैकेट्स के सहारे वो प्रेगनेंसी को समझने की कोशिश कर रहे हैं
लखनऊ: किसी भी महिला के लिए मां बनना एक सुखद अनुभूति होती है। दुनिया की हर महिला गर्भवती होने या मां बनने पर गर्व की अनुभूति महसूस करती हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से जापान में कुछ नेता गर्भवती महिला बन कर घूम रहे हैं। आप सोच रहे होंगे कि भला पुरुष कैसे प्रेगनेंट हो सकते हैं, तो चलिए हम आपको बताते हैं क्या है पूरा माजरा...
दरअसल, जापान में सत्तारूढ़ पार्टी के तीन राजनेता इन दिनों बेहद भारी जैकेट पहनकर घूम रहे हैं। इन जैकेट्स के सहारे वो प्रेगनेंसी को समझने की कोशिश कर रहे हैं। 7.5 किलो वजनी इस जैकेट को पहनते हुए वे सारा काम भी करते हैं। यहां तक कि शॉपिंग पर जाते हैं। उन्हें इन जैकेट को उतारने का मौका सिर्फ पूर्ण अधिवेशन सेशन के दौरान मिलता है। इस प्रयोग को ताकाको सुजुकी नाम की महिला राजनेता ने आर्गेनाइज कराया है। इस प्रयोग के सहारे वे पुरूष राजनेताओं को प्रेगनेंसी की परेशानियां और चुनौतियां समझना चाहती हैं।
आपको बता दें कि दुनिया के दूसरे हिस्सों की तरह जापान में भी प्रेगनेंट महिलाओं का वर्कप्लेस पर जरूरी ध्यान नहीं रखा जाता है। ओसाका में रहने वाली एक महिला ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा कि वे अपनी प्रेगनेंसी के शुरूआती दौर में वह बहुत परेशान थी और उन्हें लगता था कि उनका मिसकैरिज हो जाएगा। हालांकि इतनी तकलीफों के बावजूद वे अपने बॉस से छुट्टी लेने की हिम्मत नहीं जुटा पाती थीं।
क्या कहा इन नेताओं ने ?
वहीं मसनओबू ओगुरा नाम के जापानी नेता ने सोशल मीडिया पर लिखा कि इस एक्सपेरिमेंट के सहारे मैं गर्भवती महिलाओं की कुछ तकलीफों को महसूस कर पाया हूं और हमारी कोशिश होगी कि हम उनकी दिक्कतों को दूर करने में मदद कर पाएं। दूसरी ओर इस मामले में करियर कंसल्टेंट असाको निहारा का कहना है कि अगर जापान के राजनेता इन महिलाओं के सपोर्ट के लिए नई पॉलिसी नहीं बनाते हैं तो ये प्रयोग सिर्फ एक परफॉर्मेंस के समान होगा और इससे महिलाओं की स्थिति में खास फर्क नहीं आएगा।
महिलाओं ने दी प्रतिक्रिया
इस मामले में एक और महिला ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इन जैकेट्स की तुलना किसी भी मायने में प्रेग्नेंसी से नहीं की जा सकती है। हालांकि मैं उम्मीद करती हूं कि इस प्रयोग के बाद नेता कुछ ऐसी पॉलिसी लाएंगे जिसमें, चाइल्डकेयर, वीमेन करियर, लैंगिक भेदभाव पर बात की जा सके क्योंकि इस मामले में हम कई देशों से पीछे हैं।