एक ऐसा गांव: जहां 12 साल की उम्र में लड़कियां बनने लगती हैं लड़का, यहां बेटी पैदा होने पर मातम मनाता हर परिवार
कैरेबियन के डोमिनिकन रिपब्लिक देश में ला सेलिनास गांव है। इस गांव की लड़कियां एक खास उम्र के बाद बदल जाती है।
Ajab Gajab Khabar: चाहे लड़कियों हो या लड़के, जब भी यौवन की सीढ़ी पर कदम रखते हैं तो उनमें से अधिकतर में कुछ अजीबो-गरीब बदलाव देखने को मिलते हैं। किसी की आवाज भारी होने लगती है तो किसी का शारिरिक परिवर्तन होना शुरू हो जाता है। ऐसे में आज हम आपको दुनिया के एक ऐसा अजूबे गांव के बारे में बताते हैं जहां पर एक निश्चित उम्र के बाद लड़कियां लड़का बन जाती है। ये बात कोई मजाक नहीं है, बल्कि सच है। खैर हैरान होना तो वाजिब है, आखिर अजब-गजब जो है।
लड़कियों का लड़का बन जाना, क्यों ये बात नहीं पच रही न बिल्कुल। जीं हां ये एकदम सच बात है। कैरेबियन के डोमिनिकन रिपब्लिक(Dominican Republic) देश में ला सेलिनास (La Salinas) गांव है। इस गांव की लड़कियां एक खास उम्र के बाद बदल जाती है। उनमें जेंडर परिवर्तन (Gender Change)हो जाता है। जिससे लड़कियां एक वक्त के बाद लड़का बन जाती हैं। इसकी वजह से यहां रहने वाले सभी इस गांव को श्रापित गांव के रूप में मानते हैं। इस तरह शरीर में इतना बड़ा बदलाव होना, जिसे आजतक वैज्ञानिक भी नहीं भांप पाए हैं।
लड़कियां बन रही लड़का
डोमिनिकन रिपब्लिक के ला सेलिनास गांव में लड़कियों में जेंडर परिवर्तन होने की ये प्रक्रिया अधिकतर लड़कियों में 12 साल की उम्र में होने लगती है। इस गांव की लड़कियों के लड़का बनने वाली अजीबों-गरीब बीमारी बहुत परेशान है।
लड़का बनना और जेंडर चेंज हो जाने की वजह से गांव के तमाम लोगों का मानना है कि इस ला सेलिनास गांव में किसी अकल्पनीय अदृश्य शक्ति का साया है। जिसकी वजह से गांव के कुछ बुजुर्ग लोग इसे श्रापित मानते हैं। जेंडर बदलने वाले इस तरह के बच्चों को 'ग्वेदोचे' (Guevedoces) की उपाधि दी गई है।
ऐसे में जब भी गांव में किसी के घर लड़की का जन्म लेती है तो उस परिवार में खुशियां नहीं बल्कि मातम मनाया जाता है। इसी डर से की जब उनकी बेटी यौवन में कदम रखेगी, तो वह नौजवान लड़की, बल्कि लड़का बन जाएगी।
ये श्राप है या बीमारी
गांव की इस अजीबों-गरीब परिवर्तन से लड़कियों की संख्या बहुत कम होती जा रही है। इस गांव की तरफ अन्य गांवों के लोग देखने भर से ही डरते हैं। इसे श्रापित मानते हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, समुद्र के किनारे बसे इस गांव में 6000 के आसपास लोगों की आबादी निवास करती है। इस अजब-गजब वजह से इस गांव को लेकर दुनियाभर में रिसर्च का विषय बना हुआ है।
जबकि गांव के इस जेंडर परिवर्तन के बारे में डॉक्टर्स का कहना है कि ये बीमारी 'आनुवंशिक विकार' है। स्थानीय भाषा में इस बीमारी से ग्रसित बच्चों को 'सूडोहर्माफ्रडाइट' कहा जाता है। लेकिन जिन भी लड़कियों को यह बीमारी होती है, वो लड़कियां एक उम्र में आने के बाद पुरूषों जैसे अंग में परिवर्तित होने लगती हैं। जिसके चलते इस गांव का 90 में से एक बच्चा इस रहस्यमयी बीमारी से ग्रसित है।