Blood Falls Mystery: अंटार्कटिका में ग्लेशियर से बह रहा है खून का झरना, इसको देख वैज्ञानिक भी रह गए हैरान
Blood Falls Mystery: बताया जा रहा है कि टेलर ग्लेशियर से यह खून का झरना काफी सालों से लगातार बह रहा है। लेकिन इसका पता अब जाकर लगा पाया है।
Blood Falls Mystery: भारत से सहित पूरी दुनिया में कई ऐसी रहस्यमय जगहें मौजूद है, जिन्हे देखकर या उनके बारे में जानकर हम दंग रह जाते हैं। ऐसी जगहों के बारे में जानकर बड़े-बड़े वैज्ञानिक भी हैरत में पड़ जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही जगह के बारे में बताएंगे जिसको जानकर लोगों के साथ वैज्ञानिक भी हैरान है। आज जिस जगह का जिक्र हम करने जा रहे हैं वहां विज्ञान के सारे पैरामीटर भी धरे रह जाएंगे। अंटार्कटिका में एक टेलर ग्लेशियर है जिससे खून का झरना बह रहा है। अब आप इस खबर को जानकर हैरत में पड़ गए होंगे कि पानी का झरना तो देखा और सुना हैं, लेकिन खून का झरना पहली बार सुनने को मिला है। चलिए हम आपको बताते हैं इसके बारे में विस्तार से...आखिर क्या हैं पूरा माजरा..?
ग्लेशियर से बाह रहा है खून का झरना:
बता दें यह जगह पूर्वी अंटार्कटिका के विक्टोरिया लैंड पर टेलर ग्लेशियर स्थित है। इसके बारे में जानकर वैज्ञानिकों और खोजकर्ताओं की पूरी टीम हैरान रह गई है। बताया जा रहा है कि टेलर ग्लेशियर से यह खून का झरना काफी सालों से लगातार बह रहा है। लेकिन इसका पता अब जाकर लगा पाया है। इस झरने की खोजकर्ताओं की टीम की मानें तो इसके नीचे एक बहुत प्राचीन जगह है। माना जा रहा है कि इस जगह पर जीवन है यानी ग्लेशियर के नीचे जीवन पनपा रहा है।
खून के झरने का स्वाद है नमकीन:
बता दें इस झरने को देखकर अब वैज्ञानिकों और खोजकर्ताओं की पूरी टीम इसकी तह तक जाने का प्रयास कर रही है। वैज्ञानिकों ने इसके सैंपल की जांच की और बताया उसका स्वाद नमकीन है जिस तरह खून का होता है। इसके साथ उन्होंने इस जगह को बेहद ही खतरे से भरी बताई है और यहां जाना जान जोखिम में डालने की तरह है। ब्रिटिश खोजकर्ता थॉमस ग्रिफिथ टेलर ने सबसे पहले खून के झरने की खोज साल 1911 में की थी।