Trending News: भावुक कर देगी इस महिला की कहानी, बच्चे को सीने में बांधकर चलाती है ई-रिक्शा
Mother Drives E-rickshaw: उत्तर प्रदेश में नोएडा की रहने वाली महिला चंचल शर्मा ने सारी जिम्मेदारियों को बखूबी संभाला। अपने बच्चे के लिए महिला जिस तरह का जीवन जी रही है।
Viral News Noida: एक महिला होना किसी चुनौती से कम नहीं होता है। उसे एक टाइम पर ना जाने कितनी जिम्मेदारियाँ संभालनी पड़ती है। और शादी के बाद तो मानों उसका खुद का जीवन तो खत्म हो जाता है। और वह अपनी खुशियां भूल कर अपने परिवार की खुशियों का ख्याल रखती है। अपने दुःख दर्द भुला कर रोज एक नई मुस्कुराहट से अपने काम को करती है। यूं तो एक औरत को बहुत कमजोर समझा जाता है लेकिन अगर यह औरत कुछ करने का ठान ले तो कभी पीछे नहीं हटती है। और शादी के बाद कुछ ही औरतें खुशनसीब होती है। जिसे एक अच्छा जीवन साथी मिलता है। और अगर नहीं तो वह खुद आगे बढ़ती है, कुछ औरतें हार मान जाती है तो कुछ सिंगल मदर बनकर आगे बढ़ती है। सोशल मीडिया पर एक ऐसी ही महिला की कहानी सामने आई है।
इस महिला का बेहद मुश्किल सफर:
उत्तर प्रदेश में नोएडा की रहने वाली महिला चंचल शर्मा ने सारी जिम्मेदारियों को बखूबी संभाला। अपने बच्चे के लिए महिला जिस तरह का जीवन जी रही है। चंचल शर्मा ज्यादातर पुरषों के चलाने वाले वाहन ई-रिक्शा को चलती है।इस महिला की कहानी एक मूवी की तरह है। अपने कंधे से बच्चे को बांधकर ये रिक्शा चलाती है। सुबह 6.30 बजे से वह अपने काम पर निकल जाती है। और यात्रियों को सही स्थान पर पहुंचा कर दिन में घर निकल जाती है। और अपने बच्चे को नहलाकर फिर से ई-रिक्शा चलाने निकल पड़ती है। बता दें कि वह बच्चे को इसलिए साथ रखती है क्योंकि वह अपने पति से अलग हो चुकी है और अपनी मां के साथ खोड़ा कोलोनी में रहती है। और उनकी मां भी सब्जी बेचने चली जाती है तो घर पर बच्चे की देखभाल करने वाला कोई नहीं होता है। तो वह अपने बच्चे को कंधे से बांधकर ई-रिक्शा चलाती है।
बच्चे को सीने में बांधकर चलाती है ई-रिक्शा:
चंचल शर्मा ने बताया कि वह दिन के 600-700 रुपये कमा लेती है। और इस कमाई का आधा पैसा तो ई-रिक्शा की क़िस्त भरने में चला जाता है। और उन्होंने बताया कि वह अपने बच्चे के लिए हमेशा एक दूध की बोतल साथ रखती है। ताकि बच्चे को भूख लगने पर उसे दूध पीला सके। यह महिला दिन रात मेहनत करती है और कभी भी हार नहीं मानती है। महिला की जिंदगी पर मुसीबतों का पहाड़ आ टुटा लेकिन इनकी मेहनत एक दिन जरूर सफल हो जाएगी।