बहुत डरावनी जगह: यहां खतरनाक सुर्ख खूनी तालाब, इसमें उतरने की कभी न करें गलती

Ajab Gajab: आज हम आपको धरती की एक ऐसी खतरनाक जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जो वाकई में बेहद खतरनाक मानी जाती है। जी हां हम बात कर रहे हैं जापान के खूनी तालाब की।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Update: 2022-06-14 05:44 GMT

Ajab Gajab: यहां दुनिया भर में ऐसी तमाम जगहें हैं जो अपने आप में काफी हैरान करने वाली और रहस्यमयी हैं। हम में से हर कोई ऐसी जगहों पर रहना या घूमना पसंद करता है जो सुरक्षित हो। लेकिन धरती पर कई ऐसी जगहें हैं जो इंसानों के लिए खतरनाक मानी जाती हैं। इनमें से कुछ खतरनाक जगहों पर अभी भी यात्रा करने की मनाही है। आज हम आपको धरती की एक ऐसी खतरनाक जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जो वाकई में बेहद खतरनाक मानी जाती है। जी हां हम बात कर रहे हैं जापान के खूनी तालाब की।

चौंक गए न। बात ही ऐसी है आपने अब तक तमाम अजीबो गरीब चीजों के बारे में सुना होगा। लेकिन क्या आप ने खूनी तालाब की कहानी सुनी है जिसका पानी हरदम खून की तरह सुर्ख लाल रहता है। आदमी तो दूर परिंदे तक इस तालाब के पानी से दूरी बनाकर रहते हैं कोई भी इस तालाब के पानी को छूने की हिम्मत नहीं करता है अगर गलती से किसी ने इस तालाब के पानी को छू लिया तो वह गायब हो जाता है। हड्डियां तक नहीं मिलती हैं।

चिनोइक जिगोकू यानी "ब्लड पॉन्ड हेल" या खूनी नरक का तालाब (blood pond japan) जापान में क्यूशू (Kyushu) के दक्षिणी द्वीप में गर्म पानी के झरने वाले शहर बेप्पू में स्थित है, यह तालाब करीब 1,300 से अधिक साल से अस्तित्व में है, और इसका लाल रंग भूमिगत रासायनिक प्रतिक्रिया का परिणाम कहा जाता है।

खूनी तालाब (फोटो-सोशल मीडिया)

ब्लड पॉन्ड हेल के सामने कुछ दुकानें खुल गई हैं। जिनमें एक विशेष मलहम बेचा जाता है। कहा जाता है कि यह मरहम पिंपल्स में मदद करता है, और कई लोग पूरे जापान से इस मरहम को खरीदने के लिए वापस आते हैं।

वैसे तो बेप्पू शहर में नौ भाप से भरे गर्म झरने हैं। प्रत्येक रंग और संरचना में अद्वितीय है, और औसत प्राकृतिक वसंत से काफी अलग दिखता है। जापानी शब्द चिनोइक जिगोकू का अर्थ है "खूनी नरक तालाब"। तालाब का तापमान अधिक होने के कारण लोगों का इस तालाब में प्रवेश वर्जित है। इस तालाब के पानी का तापमान 194 फ़ारेनहाइट है।

इस तालाब का पानी खून की तरह लाल है। लेकिन पानी जैसा खून होने का कारण तालाब के तल पर आयरन ऑक्साइड की अधिक मात्रा होना है। मौसम के अनुसार तालाब के पानी का रंग बदल जाता है। धूप के मौसम में, तालाब का रंग नारंगी लाल हो गया, और बादल मौसम में यह गहरे लाल रंग में बदल गया। खूनी तालाब की सतह पर भाप पैदा होती है, जो नरक में होने का प्रभाव पैदा करती है। इस जगह को दूर से देखने पर ऐसा लगता है जैसे इसमें खून खौल रहा हो। आज, यह क्षेत्र के सबसे बड़े पर्यटक आकर्षणों में से एक है।

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