OMG: रेलवे फाटक का 'कुंभकरण' गेटमैन, ग्रीन लाइट जलाकर सोया, क्राॅसिंग पर मच गया बवाल
Fatehpur Railway Crossing Gate man Slept: गेटमैन महोदय ठीक रात दस बजे अपनी ड्यूटी के टाइम से पहुंच गये। बाकायदा फाटक बंद किये। हरी लाइट वाली टॉर्च जलाकर रखे। अपने केबिन में गये और चौड़े होके सो गए ।
Railway Crossing Gate man Slept : भैया सोना बहुतै जरूरी है । लाइफ में अगर सोये नहीं मतलब कुछ नहीं किये । अगर सोयेंगे नहीं तो जगेंगे कैसे । बात पते की है कि नहीं???
अब आप लोग ठहरे महाज्ञानी । नामालूम इसपे कितना अमल करते होंगे । लेकिन अपनी यूपी के फतेहपुर जिले के रमवां रेलवे फाटक पे तैनात गेटमैन इस बात को एकदम सीरियसली ले लिए । तो हुआ यूं कि गेटमैन महोदय ठीक रात दस बजे अपनी ड्यूटी के टाइम से पहुँच गये । दस बजे से सुबह के छः बजे तक इनकी ड्यूटी थी । अब साहब पहुँच तो गये लेकिन करें तो क्या ।
फतेहपुर रेलवे फाटक पर तैनात गेटमैन ड्यूटी के दौरान सोया
बाकायदा फाटक बंद किये । हरी लाइट वाली टॉर्च जलाकर रखे । बस अपने केबिन में गये औ चौड़े होके सो गए । सही भी है । जो काम एक ही बार में हो सकता है उसके लिए बार बार क्या भाग दौड़ करनी । खुद को जो दिक्कत होगी सो होगी ही फाटक और टॉर्च बेचारे अलग परेशान होंगे ।
अब सोने का भी तो कोई टाइम होता है । प्रकृति ने सोने के लिए रात का औ जगने के लिए दिन का समय तय कर रखा है । अब प्रकृति के खिलाफ जायेंगे तो प्रलय तो आनी ही है । रेलवे को तत्काल इस ओर ध्यान देने की जरूरत है । कायदे से तो रात में किसी की ड्यूटी लगाई ही नहीं जानी चाहिए । घोर अनर्थ है, सरासर अन्याय है । अरे पाप पड़ेगा पाप ।
हरी लाइट की टार्च जलाकर छोड़ी, धड़ल्ले से निकली ट्रेनें
तो भैया टॉर्च की चमचमाती हरी लाइट मुस्तैदी से अपना काम करती रही । धड़धड़ाती ट्रेनें एक के बाद एक बेरोकटोक निकलती रहीं । समस्या सिर्फ इतनी हुई जो फाटक दस बजे बन्द हुआ था वो तड़के तक बंद ही रहा । फाटक के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गईं । तमाम तो गाड़ियों में बैठे बैठे ही सो गए ।
फाटक रात भर रहा बंद, क्राॅसिंग पर लग गई भीड़
वो तो अच्छा हुआ कि सुबह सुबह वहां कुछ पुलिस वाले निकल पड़े । गाड़ियों की लंबी लाइन देख चकरा गये । जब सम्भले तो गेटमैन के केबिन में पहुँचे । साहब बाहर लाइन लगवा के अंदर आराम से चद्दर ताने खर्राटे मार रहे थे । पुलिस वाले पहिले तो वीडियो बनाये । फिर सोशल मीडिया में वायरल किये । तब जाकर टॉर्च बन्द करवाई औ फाटक खुलवाये ।
अब भैया फायदा नुकसान तो हर चीज का होता है । अब साहब की इस अंतराष्ट्रीय स्तर की हरकत से फाटक के दोनों तरफ भले गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गईं हों लेकिन ट्रेनें तो बिना रुके दौड़ती रहीं । लेकिन ऊपर बैठे लोगों को कउन समझाये । केवल सोने के चक्कर में सस्पेंड कर दिए ।