संजीव गिरि-
अगर आप रोजगार करने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपको विकास की मुख्य धारा से जोड सकती है। इतना ही नहीं आपके सुनहरे भविष्य को पंख लग जाएंगे। पशुपालन विभाग युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए कुक्कुट पालन योजना चला रही है। योजना शुरू करने की लागत 1.80 करोड निर्धारित है। योजना क्रियान्वयन को राज्य सरकार तीस प्रतिशत सब्सिडी दे रही है। इतना ही नहीं योजना को शुरू करने वाले लाभार्थी को बैंक द्वारा ऋण दिया जा रहा है। योजना की सफलता के लिए सरकार दस प्रतिशत ब्याज की प्रतिपूर्ति करेगी।
अतिरिक्त ब्याज लाभार्थी को स्वयं देना होगा। योजना को शुरू करने वाले लाभार्थी को निर्धारित धनराषि में चालीस प्रतिषत स्वयं लगाना होगा। योजना के प्रति युावाओं के बढते रूझान को देखते हुए राज्य सरकार ने योजना की समय सीमा में बढोत्तरी कर सन 2022 कर दिया है। ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार की मुख्य धारा से जोडा जा सके। पशुपालन निदेशक प्रशासन एवं विकास डाॅ चरण सिंह यादव ने बताया कि कुक्कुट पालन योजना से लोगों को रोजगार मिल रहा है। यही वजह है कि सरकार ने योजना की समय सीमा बढा दी है।
कैसे मिलेगा लाभ
पशुपालन विभाग के अफसरों के अनुसार योजना का लाभ कोई भी ले सकता है। कुक्कुट पालन का लाभ लेने वाले लाभार्थी के पास तीन एकड जमीन होनी चाहिए। यदि जमीन उसके पास नहीं है तो पार्टनरशिप में भी रोजगार कर सकता है। तीस हजार मुर्गियों का पालन योजना के तहत किया जाएगा। युवाओं को विकास की मुख्य धारा से जोडने के लिए सरकार योजना संचालित करा रही है। योजना की खास बात यह है इसका कोई लक्ष्य नहीं है। प्रदेश के किसी भी जिले में जितनी संख्या में लाभार्थी आए उन्हें योजना का लाभ देने की योगी सरकार ने निर्देश अफसरों को दे रखे हैं।