लखनऊ : बसपा चुनावी मोड में आ चुकी है। पार्टी सुप्रीमों मायावती ने शनिवार को यूपी के पदाधिकारियों को समझाया और रविवार को मध्य प्रदेश के नेताओं को सतर्क किया। इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से विधानसभा चुनावों में धांधली की आशंका जताते हुए कहा कि इस पर पैनी नजर रखने की जरूरत है क्योंकि बीजेपी व पीएम नरेन्द्र मोदी सरकार चुनावी धांधलियों के लिए किसी भी स्तर तक जा सकती है।
मध्य प्रदेश स्टेट यूनिट के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में मायावती ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम मशीनों में वीवीपीएटी यानि फोटोयुक्त पर्ची पहचान की व्यवस्था को लागू करने का आदेश दिया है। इससे धांधलियों पर थोड़ा अंकुश लगने की उम्मीद की जा सकती है। पर सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग बीजेपी के लिये आम बात है। इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है।
सर्वसमाज के जनाधार को मजबूत करने पर जोर
सन 2007 में सोशल इंजीनियरिंग के बूते पूर्ण बहुमत से यूपी की सत्ता में आयी बसपा अब सर्वसमाज के रास्ते पर ही चल रही है। मायावती ने सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को मज़बूत बनाने पर जोर दिया। कार्यकर्ताओं को जनता के बीच मोदी सरकार की असफलताओं को जोर शोर से पेश करने के भी निर्देश दिए।
नहीं बिकने वाले मिशनरी लोगों को बढ़ाना होगा आगे
मायावती ने कहा कि आने वाले चुनाव में मिशनरी लोगों को ही आगे बढाना होगा ताकि वे लोग जीतने के बाद बिके मत। मध्य प्रदेश में सीएम अपनी कुर्सी बचाने के लिए गुजरात बीजेपी सरकार की राह पर है। कानून-व्यवस्था की भी हालत अच्छी नहीं है। माफियाओं की हिम्मत इतनी बढ़ गयी है कि वे अधिकारियों पर हमले कर रहे हैं। व्यापम खूनी घोटाले में सत्ताधारी दल के शक्तिशाली लोगों को बचाने का प्रयास अभी भी जारी है।