तीन तलाक पर सीएम योगी को याद आया द्रौपदी का चीरहरण, बोले- क्यों मौन हैं कुछ लोग ?

Update: 2017-04-17 06:17 GMT

लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को 'राष्ट्रपुरुष चंद्रशेखर-संसद में दो टूक' पुस्तक का विमोचन किया। इस मौके पर उन्होंने एक बार फिर तीन तलाक का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जो इस पर मौन हैं, वो अपराधियों के जैसे हैं। सीएम योगी ने द्रौपदी के चीरहरण का भी उदाहरण दिया। उन्होंने कॉमन सिविल कोड की वकालत करते हुए कहा कि जब देश एक है तो फिर शादी-ब्याह के कानून एक क्यों न हों।

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और क्या बोले सीएम योगी ?

-तीन तलाके के मुद्दे पर एक वर्ग मौन बना हुआ है। कॉमन सिविल कोड पर उनकी धारणा अलग है।

-चंद्रशेखर जी में बात को समझने की अद्भुत क्षमता थी। देश की ज्वलंत समस्या को लेकर लोग मुंह बंद किए हैं।

-पंजाब की समस्या का भी पुस्तक में वर्णन। राष्ट्र की समस्याओं के प्रति चंद्रशेखर जी समर्पित थे।

-मान्यताओं के आधार पर भारत ने लड़ाई लड़ी थी। पुस्तक में तमाम समस्याओं का समाधन पाएंगे।

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-सत्य कड़वा होता है। हर व्यक्ति सत्य नहीं बोल पाता। चंद्रशेखर जी के भाषण में सत्य होता था।

-संसद में चंद्रशेखर जी का भाषण सुनते थे। विचारधारा कोई भी हो,लक्ष्य लोक कल्याण हो।

-सबसे बड़ी क्रांति वैचारिक क्रांति मानी गई। वैचारिक क्रांति के बगैर कोई क्रांति सफल नहीं हो पाई।

-मनुष्य का जन्म और मरण दोनों एक-दूसरे से जुड़ा है,जिसने जन्म लिया है उसको मरना है।

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