Politician Arun Bharti: अरुण कुमार भारती, एक उभरते हुए राजनेता, आइये जाने इनके बारे में
Arun Bharti Wikipedia in Hindi: अरुण कुमार भारती की जन्म तिथि 31-मार्च-1976, पटना राजनैतिक दल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास);
Indian Politician Arun Bharti Wikipedia
Politician Arun Bharti Wiki Hindi: अरुण कुमार भारती भारतीय राजनीति में एक उभरते हुए नेता हैं, जिन्होंने 2024 के लोक सभा चुनाव में जमुई (एससी) निर्वाचन क्षेत्र से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की। वे प्रसिद्ध दलित नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रामविलास पासवान के दामाद और चिराग पासवान के बहनोई हैं। अरुण कुमार के राजनीतिक सफर और व्यक्तिगत जीवन को जानना न केवल दिलचस्प है बल्कि यह भी दर्शाता है कि वे भारतीय राजनीति में किस तरह अपनी एक मजबूत छवि बनाने में सफलता हासिल कर रहे हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
अरुण कुमार भारती का जन्म 31-मार्च-1976 को पटना के एक शिक्षित और राजनीतिक परिवार में हुआ था। इनके पिता, राम यश राम, बोकारो स्टील सिटी में वाणिज्यिक पर्यवेक्षक के रूप में कार्यरत थे, जबकि उनकी माता, डॉ. ज्योति, बिहार सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। वे हाजीपुर, पटना में पले-बढ़े और अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली चले गए। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से वाणिज्य में स्नातक (बी.कॉम) किया। इसके बाद, उन्होंने इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ स्ट्रेथक्लाइड से एमबीए की डिग्री प्राप्त की। उनकी शिक्षा ने उन्हें वित्तीय प्रबंधन और प्रशासनिक क्षमताओं में पारंगत बनाया। इसके बाद, उन्होंने स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में एक बैंकर के रूप में कार्य किया, जहाँ उन्होंने वित्तीय मामलों में महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त किया। बाद में उन्होंने पटना और कोलकाता में कॉल सेंटर स्थापित किया, जिससे लगभग 200 युवाओं को रोजगार मिला। उन्होंने टाटा मोटर्स के लिए बेस्टशिप भी खरीदी ।
राजनीतिक करियर
राजनीति में अरुण भारती की सक्रियता उनके पारिवारिक पृष्ठभूमि से प्रेरित रही है।
अरुण भारती ने 2014 में चिराग पासवान के चुनाव अभियान की जिम्मेदारी संभाली, जिससे उन्हें चुनाव प्रबंधन का अनुभव प्राप्त हुआ। 2021 में पार्टी के विभाजन के दौरान उन्होंने चिराग पासवान का समर्थन किया और उनके जन आशीर्वाद के साथ सक्रिय भागीदारी में यात्रा की।
मार्च 2023 में, अरुण कुमार भारती को सर्वसम्मति से अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा का अध्यक्ष चुना गया, जो उनके सामाजिक नेतृत्व को दर्शाता है।
वे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से जुड़े और 2024 के आम चुनाव में अरुण कुमार भारती ने जमुई सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद उन्हें पार्टी के संगठन और चुनाव प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया, जिससे उनकी पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका स्थापित हुई। 2024 के लोकसभा चुनाव में, अरुण भारती ने जमुई (एससी) सीट से 5,09,046 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय जनता दल की अर्चना कुमारी थीं, जिन्हें 3,96,564 मत मिले। उनकी यह जीत न केवल उनके नेतृत्व की पुष्टि करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि जनता ने उन पर भरोसा जताया।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर सलाहकार समिति की सदस्यता
जनवरी 2025 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुण भारती को केंद्रीय प्रत्यक्ष कर सलाहकार समिति का सदस्य नियुक्त किया। यह नियुक्ति उनके शैक्षणिक और व्यावसायिक अनुभव को ध्यान में रखते हुए की गई, जो कर प्रणाली और वित्तीय मामलों में उनकी विशेषज्ञता को दर्शाती है।
दलित राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका
चूंकि वे एक दलित नेता हैं, उन्होंने सामाजिक न्याय और समावेशिता को अपने राजनीतिक एजेंडे में प्राथमिकता दी है। वे दलितों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। वे शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में नई नीतियां लागू करने की दिशा में कार्यरत हैं।
सामाजिक योगदान
राजनीतिक गतिविधियों के अलावा, अरुण भारती ने बिहार में रोजगार सृजन के लिए विभिन्न पहलें की हैं। उन्होंने कई स्थानीय परियोजनाओं की शुरुआत की, जिनका मुख्य उद्देश्य युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना था।
1. कॉल सेंटर परियोजना
उन्होंने बिहार में कॉल सेंटर स्थापित किए, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिला।
2. बुनियादी ढांचा विकास
उन्होंने सड़क, जल निकासी और स्वच्छता से संबंधित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में काम किया, जिससे लगभग 200 युवाओं को रोजगार मिला।
3. शिक्षा और स्वास्थ्य
वे बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रहे हैं।
व्यक्तिगत जीवन
अरुण भारती का विवाह निशा भारती से हुआ है, जो रामविलास पासवान और रीना पासवान की पुत्री हैं। वे एक सशक्त और समर्थ परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिसने उन्हें राजनीति में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
राजनीतिक विरासत
उनकी सास, रीना पासवान, भी सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रही हैं। इसके अलावा, उनके ससुर, रामविलास पासवान, भारतीय राजनीति के प्रमुख दलित नेता थे और विभिन्न सरकारों में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्यरत रहे। इस पारिवारिक पृष्ठभूमि ने अरुण भारती को राजनीति में गहराई से समझने और जनता की सेवा करने की प्रेरणा दी।
भविष्य की योजनाएं और संभावनाएं
अरुण भारती भारतीय राजनीति में तेजी से उभरते हुए नेता हैं। उनकी प्राथमिकताएँ हैं:
1. युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाना
बिहार और अन्य राज्यों में स्टार्टअप और उद्यमशीलता को बढ़ावा देना।
2. दलित और पिछड़े वर्गों की शिक्षा पर जोर देना
विशेष रूप से सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना।
3. स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करना
बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए अधिक अस्पतालों और चिकित्सा सुविधाओं की स्थापना करना।
4. डिजिटल इंडिया मिशन को आगे बढ़ाना
गांवों में इंटरनेट और डिजिटल सेवाओं का विस्तार करना। अरुण कुमार भारती का जीवन और राजनीतिक सफर संघर्ष, समर्पण और जनता की सेवा का अद्भुत उदाहरण है। वे न केवल अपने पारिवारिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं, बल्कि अपनी अलग पहचान भी बना रहे हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता, सामाजिक कार्यों में सक्रियता और विकास के प्रति समर्पण यह दर्शाता है कि वे आने वाले वर्षों में भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इन सब उपलब्धियों के साथ, अरुण कुमार भारती की छवि एक समर्पित, कुशल और जनता के प्रति प्रतिबद्ध नेता की बनी हुई है, जिन्होंने अपने कार्यों से समाज में सकारात्मक प्रभाव डाला है। उनकी राजनैतिक यात्रा अभी जारी है और आने वाले समय में वे बिहार और राष्ट्रीय राजनीति में और भी ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं।