शरद पवार के पोते पार्थ को लेकर अटकलें, परिवार की चुप्पी, भाजपा ने दी सफाई

महाराष्ट्र के दिग्गज नेता और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के परिवार में सबकुछ दुरुस्त नहीं चल रहा है। पवार के पोते पार्थ पवार को लेकर सियासी हलकों में इन दिनों काफी चर्चाएं हो रही हैं।

Update: 2020-08-17 16:45 GMT
शरद पवार के पोते पार्थ को लेकर अटकलें,

अंशुमान तिवारी

मुंबई: महाराष्ट्र के दिग्गज नेता और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के परिवार में सबकुछ दुरुस्त नहीं चल रहा है। पवार के पोते पार्थ पवार को लेकर सियासी हलकों में इन दिनों काफी चर्चाएं हो रही हैं। ‌पार्थ के भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में पार्थ ने पार्टी से अलग नजरिया रखते हुए इस केस की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। हालांकि इस मांग को लेकर शरद पवार ने पार्थ पवार को फटकार भी लगाई थी। इस फटकार के बाद पार्थ और उसके पिता अजीत पवार ने चुप्पी साध रखी है।

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सुशांत केस की सीबीआई जांच की मांग

सुशांत केस की सीबीआई जांच की मांग पर एनसीपी मुखिया शरद पवार ने कहा था कि यह बचकानी हरकत है। उनका कहना था कि पार्थ अभी राजनीति में पूरी तरह मैच्योर नहीं हो सका है। पार्थ ने ट्वीट करते हुए सुशांत केस की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। इस मामले में यह उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र सरकार हमेशा सीबीआई जांच से इनकार करती रही है। ‌महाराष्ट्र सरकार और खुद शरद पवार का भी कहना था कि मुंबई पुलिस इस मामले की जांच करने में पूरी तरह सक्षम है।

पार्थ के भाजपा में जाने की अटकलें

इस बीच सियासी हलकों में पार्थ को लेकर अटकलबाजियों का दौर चल रहा है। पार्थ के भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।‌ हालांकि भाजपा की ओर से इन अटकलों को खारिज किया जा रहा है।‌ पुणे के भाजपा सांसद गिरीश बापट ने इस बात से इनकार किया है कि पार्थ भाजपा में शामिल हो रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा नेता नारायण राणे ने भी इस मामले में कूदते हुए पार्थ पवार की वकालत की है। पार्थ पवार के संबंध में शरद पवार की टिप्पणी पर राणे ने कहा कि पार्थ पूरी तरह मैच्योर है और 18 साल से अधिक उम्र का है। ‌

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राम मंदिर निर्माण का किया था स्वागत

सुशांत राजपूत की मौत की सीबीआई जांच की मांग के अलावा पार्थ ने अयोध्या को लेकर भी पार्टी लाइन से अलग हटकर विचार रखे थे। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा था कि यह हिंदू आस्था का पुनर्स्थापन और लंबी कड़वी लड़ाई का अंत है। पार्थ के इन बयानों को देखते हुए उनके भाजपा ने शामिल होने की अटकलें लग रही हैं। पुणे के सांसद बापट का कहना है कि जय श्रीराम की बात कहने वाला पार्थ अकेला नहीं है। पूरी दुनिया जयश्री राम का उद्घोष करती है।

प्रफुल्ल पटेल ने किया इनकार

दूसरी औरत एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल का कहना है कि पार्टी और पवार के परिवार में सबकुछ ठीक चल रहा है। उनका कहना है कि शरद पवार और अजीत पवार के बीच लड़ाई की बातों में भी कोई दम नहीं है और पवार साहब की टिप्पणी के बाद सबकुछ खत्म हो चुका है। पार्थ के मामा विजया पाटिल ने पार्थ को संवेदनशील युवक बताया है। शरद पवार की फटकार का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि वह सबकुछ भूल जाएगा क्योंकि आखिरकार शरद पवार उससे काफी अनुभवी और उसके दादा हैं।

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पवार की फटकार के बाद चुप्पी

वैसे पार्थ पवार को शरद पवार की फटकार के बाद पार्थ और उसके पिता अजीत पवार की ओर से कोई बयान नहीं जारी किया गया है। शरद पवार की फटकार पर पार्थ ने पूरी तरह चुप्पी साध रखी है। अजित पवार भी इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। शरद पवार ने भी फटकार लगाने के बाद इस प्रकरण पर कुछ भी नहीं बोला है मगर सियासी हलकों में तो इसे लेकर तरह-तरह की अटकलों का दौर चल रहा है।

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