अमित यादव
लखनऊ : जबरदस्त हंगामे और शोर-शराबे के बीच राजधानी में भाजपा का परचम लहराने वाली मेयर प्रत्याशी संयुक्ता भाटिया ने मंगलवार (12 दिसंबर) को पद व गोपनीयता की शपथ ली। कानपुर रोड के राममनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय का अम्बेडकर सभागार 100 साल में लखनऊ में पहली बार महिला महापौर काबिज होने का साक्षी बना। मंडलायुक्त अनिल गर्ग ने महिला मेयर भाटिया को शपथ दिलाई।
इसके बाद नई मेयर ने सभी 110 पार्षदों को शपथ दिलाया और उनको वार्डो की जिम्मेदारी सौंप दी। मेयर के शपथ समारोह में नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, महिला कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, मंत्री बृजेश पाठक, मंत्री आशुतोष टंडन, विधायक पंकज सिंह सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
सभागार में अंदर जाने के लिए चला ड्रामा
आपको बता दें कि, शपथ ग्रहण समारोह जबरदस्त हंगामे के बीच गुजरा। पहले तो सभागार में अंदर जाने के लिए कार्यकताओं व पुलिस के बीच काफी नोकझोक हुई। केवल जिनके पास सभागार में जाने का निमंत्रण पत्र था, पुलिस उनको ही अंदर जाने दे रही थी। पार्षदों के साथ 2 लोगों को अंदर जाने की अनुमति थी। लेकिन सभी अंदर जाना चाह रहे थे। इसीलिए सभागार में अंदर घुसने के लिए विवाद होता रहा।
मेयर के घुसते ही हॉल में होने लगा हंगामा
जैसे ही संयुक्ता भाटिया अन्य मंत्रियों के साथ सभागार में पहुंचती है तो वैसे ही वहां पर हंगामा होने लगता है। कार्यकर्ता जय श्री राम, वंदेमातरम, मोदी की जय आदि नारे लगाने लगे। काफी देर तक नारेबाजी चलती रही। अभी मेयर को शपथ दिलाने के लिए मंडलायुक्त उठे ही थे कि कुर्सियों को लेकर हंगामा चालू हो गया। पार्षदों की शिकायत थी कि उनकी आरक्षित सीटों पर अन्य लोग बैठे हैं। इस पर जमकर हंगामा काटा और फिर पुलिस ने किसी तरह मामले को कंट्रोल किया गया।
अखिलेश के नारे ने मंत्रियों को किया परेशान
शपथ ग्रहण के दौरान समाजवादी पार्टी के विजयी पार्षदों ने अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। इस नारेबाजी से सरकार के मंत्री परेशान दिखे।
नगरायुक्त मुर्दाबाद
मेयर भाटिया के भाषण के दौरान कुछ कार्यकताओं ने मंच के पास आकर नगरायुक्त के खिलाफ नारेबाजी की। इस पर माहौल गरम दिखा।
बनाऐंगे लखनऊ को बेहतर
शहर की महापौर ने शपथ ग्रहण के बाद कहा कि मैंने समारोह में सपा और कांग्रेस की रही मेयर प्रत्याशियों को बुलाया है। हम साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि शहर को खुले में शौच मुक्त करने का लक्ष्य है। डोर-टू-डोर कूड़े उठाने के इंतजाम बेहतर होंगे। स्वच्छता एप्स के माध्यम से लोग सीधे अपनी शिकायत कर सकते हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए बेहतर प्रबंध होंगे। पूरे कार्यक्रम के दौरान मेयर जोश में दिखीं।