Gujarat-Himachal Pradesh Election: गुजरात और हिमाचल चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाएंगी प्रियंका,राहुल की व्यस्तता से कांग्रेस की नई रणनीति
Gujarat-Himachal Election: गुजरात और हिमाचल प्रदेश में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की चुनौतियों का सामना करने के लिए कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को उतारने की रणनीति बनाई है।
Gujarat-Himachal Election: गुजरात और हिमाचल प्रदेश में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की चुनौतियों का सामना करने के लिए कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को उतारने की रणनीति बनाई है। कांग्रेस के चुनाव प्रचार में अभी तक राहुल गांधी बड़ी भूमिका निभाते रहे हैं मगर भारत जोड़ो यात्रा में उनकी व्यस्तता के चलते दोनों राज्यों के चुनाव में अब प्रियंका गांधी सक्रिय भूमिका निभाएंगी। मौजूदा समय में इन दोनों राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं और पार्टी ने अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है। ऐसे में इन दोनों राज्यों के चुनाव में प्रियंका गांधी की भी बड़ी सियासी परीक्षा होगी। कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि महिला होने के कारण प्रियंका पर वार करना भाजपा के लिए आसान नहीं होगा।
कांग्रेस की वैकल्पिक रणनीति
चुनाव आयोग इन दिनों गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है। माना जा रहा है कि इन दोनों राज्यों में नवंबर या दिसंबर की शुरुआत में चुनाव कराए जा सकते हैं। आयोग की ओर से इन दोनों राज्यों में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा जल्द संभावित है। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। कांग्रेस इन दोनों राज्यों में भाजपा को चुनौती देने की कोशिश में जुटी हुई है मगर पार्टी की सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं। यह यात्रा करीब 700 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद अब कर्नाटक पहुंच चुकी है।
राहुल की व्यस्तता के चलते पार्टी वैकल्पिक रणनीति अपनाने पर मजबूर हुई है। इस रणनीति के तहत गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार की कमान प्रियंका गांधी के हाथों में होगी। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के जरिए देशभर में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे जबकि प्रियंका इन दोनों राज्यों में भाजपा की चुनौतियों का जवाब देने की कोशिश करेंगी। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि राहुल की नामौजूदगी में प्रियंका ही मजबूती के साथ प्रचार की कमान संभालने में सक्षम है।
गुजरात में कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती
वैसे गुजरात में कांग्रेस इन दिनों मुसीबतों में घिरी हुई है। पार्टी के बड़े चेहरे हार्दिक पटेल के अलावा कई अन्य नेता भी कांग्रेस से किनारा कर चुके हैं। इन नेताओं के भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस की चुनौतियां और बढ़ गई हैं। इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भी इस बार गुजरात के चुनाव में पूरी ताकत लगा रखी है। आप के अन्य नेता भी प्रचार के मोर्चे पर डटे हुए हैं। ऐसे में गुजरात में भाजपा और आप की चुनौतियों का सामना करना कांग्रेस के लिए आसान साबित नहीं होगा।
गुजरात कांग्रेस के नेताओं ने प्रियंका के राज्य में चुनाव प्रचार करने की पुष्टि की है। राज्य के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि गुजरात के चुनाव में प्रियंका बड़ी भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के सिलसिले में प्रियंका गांधी जल्द ही गुजरात पहुंच सकती हैं। उन्होंने कहा कि प्रियंका के चुनाव प्रचार के लिए उतरने से पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह पैदा होगा। प्रियंका के सामने मतदाताओं का समर्थन हासिल करने के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बनाए रखना भी बड़ी चुनौती साबित होगा।
हिमाचल प्रदेश में भी राह आसान नहीं
दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस की राह आसान नहीं मानी जा रही है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने गृह राज्य होने के कारण हिमाचल प्रदेश के चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना रखा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता लगातार हिमाचल प्रदेश का दौरा करने में जुटे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाल में हिमाचल प्रदेश का दौरा किया था।
दूसरी ओर कांग्रेस वीरभद्र सिंह की नामौजूदगी में पहली बार चुनाव मैदान में उतरेगी। वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का बड़ा चेहरा थे और उनके निधन के बाद अब पार्टी की कमान उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह के हाथों में है। गुजरात और हिमाचल प्रदेश दोनों राज्यों में भाजपा अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए जीतोड़ प्रयास कर रही है। इस कारण प्रियंका गांधी के लिए इन दोनों राज्यों में भाजपा की चुनौतियों से जूझना आसान साबित नहीं होगा।