LSE में बोले राहुल, अगला चुनाव BJP-RSS बनाम विपक्ष, जहर फैलने से रोकना प्राथमिकता

Update: 2018-08-25 05:15 GMT

नई दिल्ली:जर्मनी के बाद ब्रिटेन के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को यहां के प्रसिद्ध लंदन (LSE) में भारतीय समुदाय के छात्रों से बाचतीत की। अपने संबोधन के दौरान राहुल ने एक ओर जहां देश के युवाओं के सामने मौजूद तमाम समस्याओं के विषय में बात की, वहीं 2019 के चुनाव को बीजेपी-आरएसएस बनाम पूरे विपक्ष की लड़ाई बताया। छात्रों से बातचीत के दौरान यहां भी केंद्र की मोदी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं।

छात्रों के बीच अपने संबोधन के दौरान राहुल ने कहा कि भारत में रोजगार की समस्या एक बड़ा संकट है, लेकिन भारत सरकार इसे मानने को तैयार नहीं है। राहुल ने कहा कि एक ओर चीन में बड़ी मात्रा में रोजगार पैदा हो रहे हैं, वहीं भारत में हर रोज सिर्फ 450 नौकरियां दी जा रही हैं। वर्तमान में भारत में नौकरियों की कमी एक बड़ा संकट है लेकिन सरकार इसे मानने को तैयार नहीं। अपने संबोधन में राहुल ने कहा कि मैं सरकार को अधिकार देने वाली एक संस्था के रूप में देखता हूं और देश में सामाजिक न्याय तभी संभव हो सका है, जबकि यहां की लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत किया जाए।

'मैंने खुद झेली है हिंसा, इसलिए करता हूं निंदा '

राहुल ने कहा कि भारत का विकास यहां के हर व्यक्ति के त्याग के कारण संभव हुआ है, ऐसे में किसी भी इंसान को यह नहीं लगना चाहिए कि उसकी आवाज नहीं सुनी जा रही है। छात्रों से बात करते हुए राहुल ने कहा कि मैं हर समुदाय के लोगों के बीच जाना पसंद करता हूं और यही जरूरी भी है। मैंने खुद हिंसा झेली है और मेरे अनुभवों ने ही मुझे लोगों के प्रति दयालु बनाया है। हिंसा का पीड़ित होने के कारण ही मैं किसी भी व्यक्ति पर हिंसा की निंदा करता हूं।



'देश में जहर फैलने से रोकना प्राथमिकता'

2019 के चुनाव का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगला चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है। अगले चुनाव में मुकाबला बीजेपी-आरएसएस और पूरे विपक्ष के बीच होने वाला है। राहुल ने कहा कि देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं और कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष की प्राथमिकता है कि देश में किसी भी तरह के जहर को फैलने से रोका जाए। राजस्थान के चुनाव का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि हम आगामी चुनाव में राजस्थान में पूरी शक्ति से उतरने जा रहे हैं और हमारी पहली प्राथमिकता राज्य में रोजगार और मध्यम-लघु स्तर के उद्योगों का विकास करना है।

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संसद में बहस की गुणवत्ता का स्तर गिरा

वहीं संसद में लगातार गिरते बहस के स्तर की आलोचना करते हुए राहुल ने कहा कि अगर आप 50 या 60 के दशक की भारतीय संसद को देखेंगे तो आपको उस वक्त की बहस में गुणवत्ता नजर आएगी। राहुल ने कहा कि वर्तमान में संसद में बहस की गुणवत्ता घटी है और सांसदों के पास कानून बनाने की शक्ति ना होना इसका एक बड़ा कारण है। राहुल ने कहा कि मैं लोकतंत्र में काम करता हूं और मुझपर हमले भी होते हैं, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि मैं इनके बीच भी क्या करके दिखाता हूं?

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IISS के कार्यक्रम में संघ पर निशाना

बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने लंदन में इंटरनैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ स्ट्रैटिजिक स्टडीज (IISS) के एक कार्यक्रम में बोलते हुए सर्जिकल स्ट्राइक, डोकलाम जैसे कई मुद्दों पर टिप्पणी की। इसी दौरान संघ पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस भारत की प्रकृति को बदलने की कोशिश कर रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'दूसरा कोई संगठन भारत की संस्थाओं पर कब्जा या हमला करने की कोई कोशिश नहीं करता।' राहुल ने कहा कि अभी हम इस एक नई तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह अरब दुनिया के मुस्लिम ब्रदरहुड के विचार की ही तरह है। राहुल ने आरोप लगाया कि इनका आइडिया है कि देश में एक ही विचार का शासन होना चाहिए।

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