राहुल ने वीडियो जारी कर PM मोदी को बताया झूठा, BJP ने दिया जवाब

राहुल गांधी ने गुरुवार को अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर एक डिटेंशन सेंटर की वीडियो ट्वीट की है। वीडियो जारी कर राहुल गांधी ने डिटेंशन कैंप के दावों पर पीएम मोदी के झूठा कहा है।

Update:2019-12-26 14:09 IST

नई दिल्ली: राहुल गांधी ने गुरुवार को अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर एक डिटेंशन सेंटर की वीडियो ट्वीट की है। वीडियो जारी कर राहुल गांधी ने डिटेंशन कैंप के दावों पर पीएम मोदी के झूठा कहा है। जिसके जवाब में बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर 2011 की असम सरकार की प्रेस रिलीज ट्वीट की है। जिसमें 362 अवैध घुसपैठियों को तीन डिटेंशन कैंप (गोलपारा, कोकराझार और सिलचर) में भेजने की बात कही गई है।

अमित मालवीय ने किया ट्वीट...

इसके अलावा अमित मालवीय ने एक और ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि एक बार उन्हें वीज़ा लिमिट से ज्यादा विदेश रुकना चाहिए और खुद 'डिटेंशन सेंटर' का अनुभव करना चाहिए।

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राहुल गांधी अक्सर विदेश यात्रा करते हैं। उन्हें एक बार वीजा परमिट से ज्यादा रुकना चाहिए और खुद अनुभव करना चाहिए कि उनकी किस तरह पहचान की जाती है और फिर वापस भेजने से पहले कैसे एक 'डिटेंशन सेंटर' में डाल दिया जाता है। वह तब जानेंगे कि कैसे दूसरे देश अवैध घुसपैठियों को हैंडल करते हैं।



अमित मालवीय ने जारी की 8 साल पहले की प्रेस रिलीज

अमित मालवीय ने एक 8 साल पहले की प्रेस रिलीज भी जारी की है। उन्होंने ट्वीट किया है कि, 2011 में कांग्रेस सरकार द्वारा एक प्रेस रिलीज जारी की गई थी, जिसमें असम में 362 अवैध प्रवासियों को डिटेंशन कैंप में भेजने का दावा किया गया है। सिर्फ इसलिए कि भारत ने आपको बार-बार नाकार दिया है, अब क्या आप अपनी नफरत से इसे नष्ट करने में जुट जाएंगे। बता दें कि साल 2011 में असम में कांग्रेस की सरकार थी और तब तरुण गोगोई राज्य के मुख्यमंत्री थे।



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बता दें कि, गुरूवार सुबह राहुल गांधी ने असम के गोवालपारा में बन रहे डिटेंशन सेंटर की एक वीडियो ट्वीट की है। जिसे ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने लिखा है कि, RSS का प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलता है।



पी. चिदंबरम को भी दिया जवाब

वहीं राहुल गांधी के अलावा अमित मालवीय ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को भी जवाब दिया। उन्होंने लिखा है कि, पी. चिदंबरम, आपकी याददाश्त आपको विफल करती दिख रही है। लेकिन मुझे यहां आपकी थोड़ी मदद करने दें। साल 2012 में काह था कि एनपीआर की प्रक्रिया एक निवासी कार्ड जारी करने के उद्देश्य से है, जो आखिरी में नागरिकता कार्ड की ओर बढ़ता है। हमारी सरकार ने NPR को नागरिकता से अलग किया है।



चिदंबरम ने वीडियो को गलत करार दिया

बता दें कि बीजेपी द्वारा जारी किए वीडियो को पी. चिदंबरम ने ट्वीट कर गलत करार दिया था। बीजेपी की ओर से लगातार ये कहा जा रहा था कि NPR को कांग्रेस की सत्ता में ही शुरू किया गया था, तब पी. चिदंबरम देश के गृह मंत्री थे।

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