धर्म से इतर, सियासत से परे एक आवाज ये भी: हो जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण, मुस्लिमों का है यही अरमान

हिंदू सगठनों की ओर से अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के बैनर, पोस्टर और होर्डिंग अक्सर दिखाई दे जाते हैं। यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली शानदार जीत और गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ के सीएम चुने जाने के बाद तो ऐसे बैनर पोस्टर ने जोर पकड़ लिया है लेकिन राजधानी लखनऊ में पहली बार मुसलमानों की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए होर्डिंग लगाई गई है।

Update: 2017-03-30 10:30 GMT

लखनऊ: हिंदू सगठनों की ओर से अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के बैनर, पोस्टर और होर्डिंग अक्सर दिखाई दे जाते हैं। यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली शानदार जीत और गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ के सीएम चुने जाने के बाद तो ऐसे बैनर पोस्टर ने जोर पकड़ लिया है लेकिन राजधानी लखनऊ में पहली बार मुसलमानों की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए होर्डिंग लगाई गई है।

लखनऊ के हजरतगंज इलाके में श्री राम टावर के पास इन दिनों एक बड़ी से होर्डिंग लगी है। जिसमें लिखा गया है... हो जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण, मुस्लिमों का है यही अरमान ...

होर्डिंग में पीएम नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की तस्वीर भी लगी है। इसके अलावा मंदिर की प्रतिकृति भी बनाई गई है।

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होर्डिंग में इसके अलावा उन लोगों की भी तस्वीर है जिन्होनें ये अपील जारी करते हुए इस होर्डिंग को लगवाया है। होर्डिंग में एक नाम प्रदेश बीजेपी कार्यसमिति के सदस्य कुंवर सैयद इकबाल हैदर का भी है। इसके अलावा होर्डिंग में हुसैन रजा नकवी (लखनऊ), मो. अयूब अहमद (उतरौला) और मो. जफरूल हसन (जलालपुरी), रजा अली खान नवाब (जानसठ), मो. अहसान शबीह अहसन काजमी (पूना) के नाम हैं ।

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क्या कहते हैं हुसैन रजा नकवी ?

-हुसैन रजा नकवी कहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सियासी मसला नहीं है

-सियासतदानों ने इसे ऐसा बना दिया है।

-मामला देश की सबसे बडी अदालत में है।

-जिसने फैसले देने में एक तरह से अपने हाथ खडे कर दिए हैं।

-आखिर इसका हल कैसे हो।

-सियासत वाले तो इस मामले को लटका कर ही रखेंगे।

-जो लोग ये कहते हैं कि कोर्ट का जो फैसला होगा वो मंजूर होगा।

-वो लोग दरअसल इसका हल चाहते ही नहीं हैं।

-राजनीति करने वाले लोग ये जानते हैं कि अदालत से इसका हल नहीं निकल सकता।

-इस देश का आम शहरी शांति से रहना और अपनी समस्याओं का हल चाहता है।

-अयोध्या में जब वो विवादित ढांचा था तब भी कोई वहा नमाज अदा करने नहीं जाता था।

-अदालत ने ही उसे बाबरी मस्जिद की जगह विवादित ढांचा माना था।

-राजनीति करने वाले मुसलमानों को छोड दें तो इस देश का आम मुस्लिम चाहता है कि अयोध्या में मंदिर का निर्माण हो जाए।

-जिसमें हम सभी सहयोग करने को तैयार हैं क्योंकि ये देश हमारा ही है और हम यहां शांति के साथ विकास चाहते हैं।

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