महाराष्ट्र: रविशंकर प्रसाद बोले- देश की आर्थिक राजधानी पर कब्जा करने की कोशिश थी

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि शिवसेना ने 30 साल पुरानी दोस्ती तोड़ी तब लोकतंत्र की हत्या नहीं हुई? जब अजित पवार के नेतृत्व में बड़ा तबका आकर देवेंद्र फडणवीस को समर्थन दे तो क्या लोकतंत्र की हत्या हो गई। देवेंद्र फडणवीस को जनादेश मिला था, शिवसेना के प्रदर्शन में भी बीजेपी का बड़ा योगदान रहा।

Update:2019-11-23 16:09 IST

मुंबई: महाराष्ट्र में राजनीति का ऐसा उलटफेर हुआ कि रातों रात बीजेपी ने सरकार बना ली, जहां इस घटनाक्रम पर सभी राजनीतिक दल बयानबाजी दे रहे हैं, वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि जो लोग बाला साहेब के विचारों को छोड़ दें, उनके बारे कुछ नहीं कहना, बाला साहेब का कांग्रेस विरोध जगजाहिर है।

उन्होंने कहा कि शिवसेना ने 30 साल पुरानी दोस्ती तोड़ी तब लोकतंत्र की हत्या नहीं हुई? जब अजित पवार के नेतृत्व में बड़ा तबका आकर देवेंद्र फडणवीस को समर्थन दे तो क्या लोकतंत्र की हत्या हो गई। उन्होंने कहा कि हम एक स्थिर, प्रभावी और प्रमाणिक सरकार देंगे।

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क्या इतने बड़े राज्य को ऐसे ही छोड़ दिया जाता?

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमारे पीएम और गृह मंत्री के खिलाफ स्तरहीन भाषा का प्रयोग किया गया, हमने इसे सहा है। आज तक ऐसा नहीं हुआ कि गठबंधन में रहकर कोई ऐसा बोले। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता का सवाल था कि हमने जनादेश दिया तो आप सरकार क्यों नहीं बना रहे हैं। क्या इतने बड़े राज्य को ऐसे ही छोड़ दिया जाता? हम एक ईमानदार सरकार देंगे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्या कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना में से किसी ने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। यह देश की आर्थिक राजधानी पर कब्जा करने की कोशिश थी। जो लोग बाला साहेब के विचारों को छोड़ दें, उनके बारे कुछ नहीं कहना, बाला साहेब का कांग्रेस विरोध जगजाहिर है।

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रविशंकर प्रसाद ने कहा कि शिवसेना ने 30 साल पुरानी दोस्ती तोड़ी तब लोकतंत्र की हत्या नहीं हुई? जब अजित पवार के नेतृत्व में बड़ा तबका आकर देवेंद्र फडणवीस को समर्थन दे तो क्या लोकतंत्र की हत्या हो गई। देवेंद्र फडणवीस को जनादेश मिला था, शिवसेना के प्रदर्शन में भी बीजेपी का बड़ा योगदान रहा।

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