जानिए शिवसेना ने क्यों कहा, प्रधानमंत्री मोदी से लोग मांग सकते हैं इस्तीफा
शिवसेना सांसद संजय राउत अक्सर सामना में अपने साप्ताहिक कॉलम 'रोकटोक' में विचार जनता के सामने रखते हैं। उन्होंने अपने लेख में दावा किया है कि कोरोनोवायरस महामारी के कारण, 10 करोड़ लोगों ने अपनी आजीविका खो दी है।
नई दिल्लीः महाराष्ट्र की शिवसेना का मुख पृष्ठ मुखपृष्ठ सामना है, जिसके माध्यम से पार्टी अपनी बात लोगों के सामने रखती है। इसी क्रम में शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को अपने एक लेख में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा है कि अगर लोगों की नौकरी छूटने जैसी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफे की मांग कर सकती है। यह बात उन्होंने कोरोनो वायरस महामारी के कारण उत्पन्न आर्थिक संकट और फैली बेरोजगारी को लेकर कही है।
10 करोड़ लोगों ने अपनी आजीविका खो दी है-संजय राउत
बता दें कि शिवसेना सांसद संजय राउत अक्सर सामना में अपने साप्ताहिक कॉलम 'रोकटोक' में विचार जनता के सामने रखते हैं। उन्होंने अपने लेख में दावा किया है कि कोरोनोवायरस महामारी के कारण, 10 करोड़ लोगों ने अपनी आजीविका खो दी है। इसके साथ ही उनका कहना है कि संकट की इस घड़ी में 40 करोड़ से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए हैं।
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लोगों के धैर्य की एक सीमा है-संजय राउत
उनका यह भी कहना है कि कोरोना काल में वेतनभोगी मध्यम वर्ग के लोगों ने अपनी नौकरी खो दी है। जबकि व्यापार और उद्योग को लगभग चार लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि "लोगों के धैर्य की एक सीमा है। वे सिर्फ आशा और आश्वासन पर जीवित नहीं रह सकते हैं। यहां तक कि प्रधान मंत्री भी सहमत होंगे कि भले ही भगवान राम का 'वनवास' (निर्वासन) समाप्त हो गया हो, लेकिन वर्तमान स्थिति कठिन है। किसी ने भी अपने जीवन के बारे में कभी इतना असुरक्षित महसूस नहीं किया।"
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इज़राइल में प्रधान मंत्री इस्तीफे की मांग कर रही जनता
संजय राउत का कहना है कि "इज़राइल में कोरोना संक्रमण को रोकने में नाकाम होने पर वहां की जनता प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहा है। इसके साथ ही वहीं की जनता अपने प्रधानमंत्री से कोरोनोवायरस महामारी और आर्थिक संकट से निपटने में विफलता पर उनके इस्तीफे की मांग कर रही है। आने वाले समय में भारत भी इस बात का गवाह बन सकता है।"