सपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी : एकजुट नहीं दिखा यादव परिवार, अखिलेश लेंगे गठबंधन पर फैसला

Update: 2018-07-28 08:10 GMT

लखनऊ : समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव में दूरियां दिखाई दी। कार्यकारिणी की बैठक में न तो मुलायम सिंह पहुंचे और न ही शिवपाल यादव।

हालांकि राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि यह कोई जरूरी नहीं कि बैठक में सभी लोग पहुंचें ही। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को राजधानी स्थित सपा मुख्यालय में हुई। कार्यकारिणी ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टियों से गठबंधन और सीटों के बंटवारे से संबंधित फैसले लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को अधिकृत किया गया।

रामगोपाल यादव ने कहा, "गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव जो भी फैसला लेंगे, वह पार्टी को मान्य होगा।" हालांकि किससे और कितनी सीटों पर समझौता होगा, इस बारे में उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी।

एक सवाल के जवाब में रामगोपाल ने कहा, "केंद्र में 17 दलों की सरकार है। इसका मतलब यह नहीं है कि सभी दलों के नेता मोदीजी ही हो गए हैं। हर दल का अपना नेता होता है।"

कार्यकारिणी की बैठक से सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां गायब रहे। इस संबंध में जब रामगोपाल यादव से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि सभी लोग बैठक में मौजूद हों। 90 प्रतिशत सदस्य मौजूद थे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी मौजूद थे। इतना काफी है।

कार्यकारिणी की बैठक में सपा ने आगामी लोकसभा चुनाव बैलेट से कराने की मांग उठाई है। रामगोपाल यादव ने कहा कि चुनाव आयोग ने उनकी बात नहीं मानी तो वह उसके दफ्तर में धरने पर बैठ जाएंगे। न कोई अंदर जा सकेगा और न ही बाहर।

रामगोपाल से यह पूछे जाने पर कि यदि फिर भी बात नहीं मानी गई तो सपा क्या करेगी? इस पर राम गोपाल ने कहा, "गांधीजी का देश है, सत्याग्रह ही किया जा सकता है।"

प्रधानमंत्री मोदी के लखनऊ दौरे को लेकर रामगोपाल ने कहा कि 'देखते जाइए अभी तो उन्हें रोजाना उत्तर प्रदेश का दौरा करना पड़ेगा।'

Tags:    

Similar News