लखनऊ: यूपी के सीएम को लेकर भले ही बीजेपी को जद्दोजेहद करनी पड़ी हो, लेकिन सूत्रों की माने तो यूपी बीजेपी के कद्दावर नेता ह्रदय नारायण दीक्षित का स्पीकर बनना तय हो चुका है, सिर्फ औपचारिक ऐलान बाकी है।
हृदय नारायण दीक्षित को संसदीय परंपराओं का ज्ञाता माना जाता है। यही नहीं, उनके पक्ष में कई और बाते भी जाती हैं, जो उन्हें स्पीकर की कुर्सी तक ले जा सकती हैं। साफ़ छवि के नेता होने के चलते इनके प्रस्तावक लगभग सभी दलों से हैं।
निर्दल विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया के साथ ही गौरी गंज विधायक राकेश प्रताप सिंह दे सकते हैं दीक्षित को अपना समर्थन।
कई हैं कारण
अगर हृदय नारायण दीक्षित को 17वीं विधानसभा का स्पीकर बनाया जाता है, तो भाजपा के लिये कई कारणों से वह मुफीद साबित हो सकते हैं।
- हृदय नारायण दीक्षित 6 बार के विधायक हैं।
- वह भाजपा सरकार में संसदीय कार्यमंत्री भी रह चुके हैं।
- दीक्षित संसदीय परंपराओं और नियमों का बड़ा ज्ञान रखते हैं।
- दीक्षित का सम्मान हर दल में है और उनके संचालन में किसी दलगत सीमा की बाधा नहीं आएगी।
- वाकपटु होने की वजह से वह विधानसभा के अच्छे संचालक और अधिष्ठाता साबित हो सकते हैं।