मेरठ का अरबपति पूर्व मंत्री: अब योगी सरकार के निशाने पर, देना होगा पाई-पाई का हिसाब

Haji Yakub Qureshi Property: पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटे इमरान कुरैशी और फिरोज उर्फ भूरा का पुलिस आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।

Report :  Sushil Kumar
Published By :  Praveen Singh
Update: 2022-04-02 13:56 GMT

Haji Yakub Qureshi Property (फोटो - सोशल मीडिया)

Haji Yakub Qureshi Property: मेरठ,२ अप्रैल। बसपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे हाजी याकूब कुरैशी का एक समय मेरठ से लेकर लखनऊ तक अलग ही रुतबा था। बसपा सरकार में मंत्री रहे याकूब ने एक समय अपने रसूख के बल पर मेरठ (Meerut Latest News) के डीएम,आईजी और कमिश्नर का चुटकी में तबादला करा दिया था। यूपी के सबसे बड़े मीट कारोबार में शामिल रहे याकूब के पास आज 800 से एक हजार करोड़ की संपत्ति बताई जाती है। फिलहाल,अपने समय बेहद रसूखदार नेता रहे हाजी याकूब कुरैशी पर जेल जाने की तलबार लटक रही है।

ताजा हालात यह हैं कि पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटे इमरान कुरैशी और फिरोज उर्फ भूरा का पुलिस आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। पुलिस का कहना है कि नामजद सभी आरोपितों पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की जाएगी ताकि मीट फैक्ट्री से हुई अवैध कमाई को जब्त किया जा सके। उनकी फैक्ट्री से पकड़े गए 10 आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। याकूब की निगरानी के लिए पुलिस की फैंटम लगाई गई है। मुकदमा दर्ज होने के बाद नामजद आरोपित दिल्ली चले गए हैं।अल फहीम मीटेक्स प्रा. लि. के कागजात हाजी याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी और बेटों के नाम हैं। पुलिस ने गैर जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।

हाजी याकूब कुरैशी का राजनीतिक रसूख भी इस समय खत्म माना जा रहा है। 2017 में जैसे ही प्रदेश में योगी सरकार बनी तो मीट के अवैध कारोबार पर शिकंजा कसने लगा। अब योगी सरकार 2.0 में याकूब कुरैशी, उसकी पत्नी संजीदा बेगम और दोनों बेटे हाजी इमरान व फिरोज पर जेल जाने की तलवार लटक रही है। बताया जा रहा है कि चारों ही फरार हैं। बता दें कि हाजी याकूब की मेरठ समेत वेस्ट यूपी में मुस्लिम राजनीति में पकड़ रही है। वह 2002 और 2007 में विधायक बने। 2002 में वह खरखौदा सीट से बसपा के टिकट पर विधायक बने थे। 2007 में बसपा से टिकट नहीं मिलने पर यूपी यूडीएफ उम्मीदवार के तौर पर मेरठ शहर से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की। बाद में वह फिर बसपा में शामिल हो गए।

2012 में चौधरी अजित सिंह की पार्टी रालोद से उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा। सफलता नहीं मिली। हालांकि पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक की हैसियत से राजनीति में वह सक्रिय हैं। 2019 में बसपा के टिकट पर मेरठ लोकसभा का चुनाव बहुत कम अंतर से हारे। इससे पहले 2014 में मुरादाबाद लोकसभा से चुनाव लड़ चुके हैं। दो दशक से अधिक समय तक राजनीति में सक्रिय रहे हाजी याकूब और उनके परिवार ने हाल ही के विधानसभा चुनाव में लड़ना तो दूर की बात है प्रचार तक नही किया। याकूब की पत्नी संजीदा बेगम मेरठ से महापौर का चुनाव लड़ चुकी हैं। बेटा हाजी इमरान भी मेरठ की सरधना विधानसभा से चुनाव हार चुका है।

2012 में प्रदेश में जब सपा सरकार बनी तो नगर विकास मंत्री आजम खां ने बयान दिया था कि याकूब के कमेले पर कन्याओं का स्कूल बनाया जाएगा। 2013 में वाकई में पशुओं के कमेले को रातो-रात आजम खां ने बुलडोजर से गिरवा दिया था। इस कमेले में एक दिन में दस हजार तक पशु काटे जाते थे। उस समय याकूब कुरैशी को एक दिन में दस लाख रुपये तक की इनकम एक कमेले से होती थी। पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की मेरठ में हापुड़ रोड पर अल फईम मीटेकस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से फैक्ट्री है। यहां से खाड़ी देशों में मीट जाता है।

31 मार्च 2022 को मेरठ में एसपीSmSAएसपीकककक देहात केशव कुमार ने एसडीएम के साथ छापा मारकर अल फईम मीटेकस प्राइवेट लिमिटेड से 2.5 लाख किलो मीट पकड़ा। वैसे, मीट प्लांट बंद पड़ा है।

जांच में पता चला कि दिल्ली से पशु कटान के बाद मेरठ में मीट की पैकेजिंग हो रही थी। यहां से पांच करोड़ रुपये कीमत का मीट विदेश जाना था। मीट की जांच फॉरेंसिक लैब में होनी है। पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी, पत्नी संजीदा, हाजी इमरान और हाजी फिरोज और 10 अन्य के खिलाफ धारा 269, 270, 272, 275, 120 बी, 420 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है।

वैसे,पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके परिवार का विवादों से गहरा नाता रहा है। याकूब कुरैशी एक समय रातों-रात विवादित बयान देकर बड़ा नेता बन गया। डेनमार्क के कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने वाले को याकूब ने 51 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। वहीं याकूब ने एक शोभायात्रा के दौरान सिपाही चंदन सिंह को थप्पड़ मार दिया था। इस मामले में पूरे प्रदेश में पुलिस याकूब के खिलाफ सड़कों पर उतर आई थी। याकूब का बेटा फिरोज उर्फ भूरा कई बार सरेआम फायरिंग कर गुंडई कर चुका है। 2016 में याकूब की बेटी ने मेरठ में स्थानीय स्कूल में शिक्षिका पर हंटर चला दिया था।

बहरहाल,अपने दमदार रसूख के चलते सभी विवादों से अपना और अपने परिवार का पीछा छुड़वाने में कामयाब रहे हाजी याकूब कुरैशी योगी की बुलडोजर सरकार से कैसे खुद को और अपने परिवार को बचाने में कामयाब होते हैं या नही इस पर सब की नजरें लगी हैं।

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