अमरिंदर-कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज, कैप्टन ने शिवसेना के साथ सरकार की दिलाई याद, सिद्धू को दिया करारा जवाब
Amarinder Singh vs Congress: पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पर हमला करते हुए बोला है कि कांग्रेस महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ क्या गुल खिला रही है?
Amarinder Singh vs Congress: पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। विधानसभा चुनाव से पहले दोनों नेता खुलकर एक-दूसरे पर हमला करने में जुट गए हैं। सिद्धू ने किसान आंदोलन (Kisan Andolan) का जिक्र करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह को तीनों काले कानून का शिल्पकार बताया है। दूसरी ओर कैप्टन ने सिद्धू और कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। कैप्टन ने सिद्धू को फ्रॉड और धोखेबाज तक बता डाला।
कैप्टन ने कहा कि कांग्रेस को धर्मनिरपेक्षता (Dharmnirpekshta) के बारे में बातें करना बंद कर देना चाहिए। धर्मनिरपेक्षता की बात करने वाली कांग्रेस को यह नहीं भूलना चाहिए कि उसने 14 साल भाजपा में रहने वाले सिद्धू को पार्टी में शामिल किया है। पार्टी महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ मिलकर सरकार चला रही है। नाना पटोले और रेवनाथ रेड्डी जैसे नेता संघ से नहीं तो और कहां से आए? परगट सिंह को चार साल अकाली दल में रहने के बाद कांग्रेस में शामिल किया गया।
रावत बोले-कैप्टन का असली चेहरा उजागर
दरअसल, कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से बुधवार को नई पार्टी बनाने और भाजपा के साथ गठजोड़ का संकेत दिया गया था। कैप्टन के इस बयान के बाद कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने कैप्टन को घेरा था। कैप्टन की घोषणा के बाद रावत ने कहा कि कैप्टन के कदम से साबित हो गया है कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने का फैसला पूरी तरह सही था।
रावत ने कहा कि विधायकों की ओर से पहले ही कैप्टन के भाजपा और अकालियों के साथ मिले होने की बात कही जा रही थी और अब यह बात पूरी तरह सच साबित हुई है। रावत के मुताबिक कैप्टन नया दल बनाकर कांग्रेस का वोट काटेंगे और भाजपा को फायदा पहुंचाएंगे। वैसे पंजाब के लोगों को कैप्टन के असली चेहरे की जानकारी हो चुकी है।
कांग्रेस को राजनीतिक अवसरवादी बताया
रावत के बयान का तीखा जवाब देते हुए कैप्टन ने कहा कि कांग्रेस को इस बात का जवाब देना चाहिए कि वह महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ क्या गुल खिला रही है? उन्होंने इसे राजनीतिक अवसरवादिता की संज्ञा दी। कैप्टन ने कहा कि रावत की ओर से मुझ पर अकालियों की मदद करने का आरोप लगाया गया है। अगर इस बयान में सच्चाई होती तो मैं अकाली दल के खिलाफ 10 साल तक कोर्ट केस क्यों लड़ता।
रावत को अब इस बात का डर सताने लगा है कि मेरी वजह से पंजाब में कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है। कांग्रेस ने पंजाब में मुझ पर भरोसा नहीं किया । मगर उस सिद्धू पर भरोसा किया जिसका खुद ही पर कोई भरोसा नहीं है। सिद्धू सिर्फ अपने प्रति ईमानदार है। पार्टी के प्रति उनके मन में कोई भाव नहीं है।
सिद्धू की ओर से विवादित कृषि कानूनों का जन्मदाता बताए जाने का भी कैप्टन ने कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैं अभी भी इन कानूनों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा हूं।मैंने अपना राजनीतिक भविष्य भी इस लड़ाई से जोड़ रखा है। ऐसे में मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाने का कोई मतलब नहीं है। सच्चाई तो यह है कि सिद्धू को पंजाब और यहां के किसानों के हितों के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है।
कैप्टन ही कृषि कानूनों के असली शिल्पकार
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कैप्टन पर बड़ा हमला बोला। सिद्धू ने कहा कि आज कैप्टन किसान हितों की बात कर रहे हैं , जबकि केंद्र सरकार की ओर से पारित तीनों काले कानूनों के असली शिल्पकार वही हैं। कैप्टन के खिलाफ किए गए ट्वीट में सिद्धू ने कहा कि अंबानी को पंजाब की किसानी में वही ले आए। बड़े कार्पोरेट के लाभ के लिए उन्होंने पंजाब के किसानों, छोटे विक्रेताओं और मजदूरों को बर्बाद कर दिया। सिद्धू ने अपने इस ट्वीट में कैप्टन का नाम तो नहीं लिया है मगर उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए उन्हें कृषि कानूनों का वास्तुकार जरूर बताया है।
कैप्टन और कांग्रेस में और तीखी होगी जंग
कैप्टन की ओर से नया सियासी दल बनाकर भाजपा की के साथ गठजोड़ किए जाने की घोषणा के बाद पंजाब में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला और तीखा हो गया है। कांग्रेस नेताओं ने कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कैप्टन भी खुलकर कांग्रेस के आरोपों का जवाब देने में जुट गए हैं।
माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही कांग्रेस नेताओं और कैप्टन में जुबानी जंग और तीखी हो जाएगी। सियासी जानकारों का मानना है कि कैप्टन के इस कदम से सबसे ज्यादा कांग्रेस को ही सियासी नुकसान होगा और यही कारण है कि कांग्रेस की ओर से कैप्टन पर हमले तेज कर दिए गए हैं।