बर्खास्त पुलिसकर्मी ने किया था लुधियाना कोर्ट में ब्लास्ट, नशा तस्करी में काटी थी दो साल की सजा, सितंबर में जेल से छूटा था गगनदीप

लुधियाना जिला कोर्ट में मारा गया युवक 30 वर्षीय गगनदीप सिंह था और उसे दो साल पहले ड्रग माफिया से लिंक रखने के कारण पंजाब पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया था।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-12-25 04:23 GMT

लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

Ludhiana Court Blast News Today: पंजाब के लुधियाना जिला कोर्ट में गुरुवार को हुए बम धमाके (ludhiana district court bomb blast) में मारे गए युवक की पहचान हो गई है। मारा गया युवक 30 वर्षीय गगनदीप सिंह (Gagandeep Singh) था और उसे दो साल पहले ड्रग माफिया (Drug Mafia) से लिंक रखने के कारण पंजाब पुलिस (Punjab Police) से बर्खास्त कर दिया गया था। अगस्त 2019 में उसे हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था।

दो साल तक जेल में रहने के बाद इसी साल 8 सितंबर को उसे जमानत मिली थी। अब शक की सुई गगनदीप पर ही घूम गई है क्योंकि उसके खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े होने की बात सामने आई है। एनआईए ने विस्फोट स्थल पर मिले डोंगल के मोबाइल सिम नंबर के जरिए गगनदीप की पहचान की है। परिवार ने गगनदीप सिंह की बॉडी की शिनाख्त भी कर ली है।

ड्रग माफिया से लिंक के कारण बर्खास्तगी

पुलिस सूत्रों का कहना है कि गगनदीप लुधियाना जिले के खन्ना के थाना सदर में मुंशी के रूप में तैनात था। 2019 में एसटीएफ ने हेरोइन के साथ गगनदीप की गिरफ्तारी की थी और बाद में ड्रग माफिया से कनेक्शन के कारण उसे पंजाब पुलिस की सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। इस मामले में उसने 2 साल जेल की सजा भी काटी थी। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि गगनदीप ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ मिलकर लुधियाना कोर्ट में बड़े बम धमाके की साजिश रची थी।

बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े हरविंदर सिंह रिंदा का नाम इस मामले में सामने आ रहा है जो पाकिस्तान में बैठकर अपने ऑपरेशन को अंजाम दे रहा था। माना जा रहा है कि गगनदीप कोर्ट परिसर के बाथरूम में पहुंचकर मोबाइल फोन के जरिए बम को एक्टिवेट करने की कोशिश कर रहा था मगर इसी दौरान किसी गड़बड़ी के चलते धमाका हो गया जिसमें उसके चीथड़े उड़ गए।

इस तरह हुई गगनदीप की पहचान

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) और नेशनल सिक्योरिटी ग्रुप (एनएसजी) ने गुरुवार की रात से ही इस बम धमाके की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी। रात भर चली जांच पड़ताल के बाद ब्लास्ट वाले स्थान पर मिले डोंगल के सिम के जरिए गगनदीप की पहचान की गई। डोंगल खन्ना के ही आदमी के नाम पर थी और जब पुलिस ने उस आदमी से पूछताछ शुरू की तो गगनदीप के नाम का खुलासा हुआ।

उसके परिवार वालों ने मारे गए व्यक्ति के हाथ पर बने टैटू के आधार पर गगनदीप की शिनाख्त की। पंजाब पुलिस ने गगनदीप के नाम का खुलासा होने के बाद उसके अन्य साथियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर का कहना है कि अभी पूरे मामले की जांच पड़ताल चल रही है और जांच सही दिशा में चल रही है जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां भी की जा सकती हैं।

 गगनदीप सिंह (फाइल फोटो- सोशल मीडिया) 

रिजिजू ने किया घटनास्थल का निरीक्षण

इस बीच केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू व सोमप्रकाश ने शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा किया और राज्य सरकार को केंद्र की ओर से हर मदद मुहैया कराने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इस विस्फोट को काफी गंभीरता से लिया है और इसकी गहराई से जांच पड़ताल की जाएगी। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से धमाके के संबंध में बातचीत की है और केंद्र से मदद करने का अनुरोध किया है। दोनों केंद्रीय मंत्रियों ने कहा कि केंद्र व राज्य मिलकर इस मामले की गहराई से जांच पड़ताल करेंगे।

पंजाब के डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है और माना जा रहा है कि इस दौरान वे लुधियाना ब्लास्ट के संबंध में कोई बड़ा खुलासा कर सकते हैं। एनआईए और एनएसजी की टीम ने घटनास्थल से कई सैंपल जुटाए हैं और उनकी भी जांच पड़ताल की जा रही है।

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