Operation Bluestar Anniversary: स्वर्ण मंदिर के बाहर खालिस्तान के समर्थन में लगे नारे, लहराई तलवार
Punjab Latest News : ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी के मद्देनजर आज पंजाब के अमृतसर में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके बावजूद कुछ लोगों ने तलवार लहराते हुए खालिस्तान के समर्थक में नारे लगाए।
Operation Bluestar Anniversary : 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' (Operation Bluestar) की बरसी को लेकर कट्टरपंथी संगठनों ने आज अमृतसर (Amritsar) में बंद बुलाया है। इस तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए अमृतसर में कुल 7 हज़ार से अधिक जवानों की तैनाती की गई है। कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए प्रशासन ने पूरे इलाके में सड़कों पर फ्लैग मार्च निकाला। इस बीच खबर आई की जरनैल भिंडरावाले (Jarnail Bhindranwale) के पोस्टर को ले जाते हुए कुछ लोगों ने स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर खालिस्तान समर्थक नारे लगाएं। इस नारेबाजी के बाद पूरे अमृतसर में स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई है।
तलवार लहराते हुए लगे खालिस्तान समर्थन में नारे
ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी को लेकर आज अमृतसर के पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इस बीच कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद भी गोल्डन टेंपल के प्रवेश द्वार पर सैकड़ों की संख्या में खालिस्तान समर्थक लोग इकट्ठा हो गए। यह सभी हाथ में तलवार लहराते हुए खालिस्तान समर्थक नारे लगाने लगें। भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात होने के बावजूद भी खालिस्तानी समर्थकों ने अलगाववादी नेता जरनैल भिंडरावाले के पोस्टर और बैनर दिखाएं।
अमृतसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
ऑपरेशन ब्लू स्टार की 38 मी बरसी के मद्देनजर आज पंजाब के अमृतसर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक अमृतसर में 7000 से अधिक संख्या में जवानों की तैनाती की गई है। इन जवानों में पंजाब पुलिस के सिपाहियों समेत अर्धसैनिक बल की चार कंपनियां भी शामिल हैं। अमृतसर में किसी भी तरह से माहौल ना बिगड़े इसको देखते हुए दरबार साहिब की ओर जाने वाली सभी गाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है हालांकि इस तरह की कड़ी सुरक्षा और पाबंदियों के बीच भी कुछ समर्थकों ने स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर तलवार लहराते हुए खालिस्तान समर्थक नारे लगाए।
गौरतलब है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी से पहले राज्य में कानून व्यवस्था दुरुस्त बनाए रखने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बीते दिन नागरिक प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। जिसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल ने अमृतसर की सड़कों पर कानून व्यवस्था दुरुस्त बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च किया।