Agneepath Scheme: अग्निपथ पर बवाल जारी, पंजाब विधानसभा में योजना के लिए प्रस्ताव पास

पंजाब विधानसभा ने अग्निपथ योजना के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस प्रस्ताव को पेश किया, जिसका कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने समर्थन किया है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2022-06-30 21:06 IST

पंजाब विधानसभा में मुख्यमंत्री भगवंत मान। (Twitter) 

Agneepath Scheme: तीनों सेनाओं में भर्ती की नई योजना अग्निपथ स्कीम (Agneepath Scheme) को लेकर बीते दिनों हुए जबरदस्त बवाल की यादें अब भी ताजा है। नई स्कीम के खिलाफ युवाओं में अब भी केंद्र सरकार (Centrak Government) के खिलाफ आक्रोश है। सड़कों पर विरोध – प्रदर्शन का दौर भले थम गया हो, लेकिन विपक्ष इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को बख्शने के मूड में नहीं है। इस योजना के खिलाफ पंजाब विधानसभा (Punjab Asembly) ने एक प्रस्ताव पारित किया है। इसी के साथ पंजाब देश में पहला राज्य बन गया है, जहां की विधानसभा ने अग्निपथ स्कीम के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है।

मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने इस प्रस्ताव को पेश किया, जिसका कांग्रेस (Congress) और शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) ने समर्थन किया है। पंजाब विधानसभा में दो विधायकों वाली बीजेपी ने इस प्रस्ताव का विरोध किया। इस प्रस्ताव के मुताबिक, केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को युवाओं के खिलाफ बताया गया है।

पीएम और गृहमंत्री के समक्ष यह मुद्दा उठाएंगे सीएम मान

सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने अपने द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि वह शीघ्र ही अग्निपथ योजना के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद मोदी (PM Narendra Modi) और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात कर उनके समक्ष यह मुद्दा उठाएंगे। उन्होंने कहा कि यह योजना युवाओं के खिलाफ है। पंजाब सीएम ने केंद्र से यह योजना वापस लेने की मांग की।

कांग्रेस और अकाली ने भी किया समर्थन

आम आदमी पार्टी की कट्टर प्रतिदवंदी मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल भी अग्निपथ के मसले पर मान सरकार के सूर में सूर मिलाते नजर आए। विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने मांग की कि अग्निपथ योजना वापस ले ली जाए। इसके साथ ही अकाली दल के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने भी प्रस्ताव का समर्थन करते हुए केंद्र से इस योजना को वापस लेने की मांग की।

बीजेपी न प्रस्ताव का किया विरोध

आप सरकार के विरोध में बैठी बीजेपी ने इस प्रस्ताव का विरोध किया। हालांकि, पंजाब विधानसभा में केवल दो विधायकों वाली पार्टी बीजेपी इस प्रस्ताव को पास होने से नहीं रोक सकी। बता दें कि पंजाब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा और जांगी लाल महाजन के रूप में विधानसभा में मात्र बीजेपी के दो विधायक हैं।

गौरतलब है कि बीते दिनों केंद्र सरकार ने तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए अग्निपथ नामक नई स्कीम का ऐलान किया था। इस स्कीम के तहत 4 साल के लिए सेना में युवाओं की भर्ती होगी। इस योजना के ऐलान के साथ ही देश के कई राज्यों में आर्मी में भर्ती की तैयारी कर रहे नौजवान सड़कों पर उतर गए। कई दिनों तक देश के कुछ राज्यों में भारी विरोध – प्रदर्शन का दौर चला। तब से ही विपक्ष लगातार सरकार पर इस योजना को वापस लेने का दवाब बना रहा है। लेकिन सरकार ने इससे पीछे हटने से इनकार कर दिया है। भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 

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