Punjab Election 2022: अब पंजाब के चुनावी रण में उतरेंगे सियासी दिग्गज, सभी दलों ने तैयार की आक्रामक प्रचार रणनीति

Punjab Election 2022 : पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है और ऐसे में चुनाव प्रचार के लिए अब काफी कम दिन बच गए हैं।

Report :  Anshuman Tiwari
Published By :  Ragini Sinha
Update:2022-02-13 12:15 IST

पंजाब चुनाव 2022 (Social Media)

Punjab Election 2022 : उत्तराखंड (uttarakhand) में शुक्रवार को चुनावी शोर थमने के बाद अब दिग्गज नेताओं का पंजाब (Punjab Election 2022) में जमावड़ा लगेगा। पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है और ऐसे में चुनाव प्रचार (Punjab Election campaign) के लिए अब काफी कम दिन बच गए हैं। यही कारण है कि विभिन्न सियासी दलों की ओर से अब पंजाब में आक्रामक चुनाव प्रचार करने का फैसला किया गया है।

पंजाब के सियासी रण में अब प्रधानमंत्री मोदी (pm narendra modi), कांग्रेस (Congress) की ओर से प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के अलावा कई और सियासी दिग्गज उतर रहे हैं। आप मुखिया अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) लगातार राज्य में सक्रिय बने हुए हैं और अब उन्होंने अगले 7 दिनों तक पंजाब में ही डेरा डालने का फैसला किया है। पीएम मोदी के अलावा भाजपा (Bjp) के कई और दिग्गज नेता भी अब पंजाब के चुनाव पर फोकस करेंगे।

तीन क्षेत्रों में पीएम मोदी की तीन रैलियां 

भारतीय जनता पार्टी के सबसे बड़े स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अब पंजाब के सियासी रण में उतरने वाले हैं। पंजाब में सुरक्षा में हुई चूक के बाद प्रधानमंत्री का यह पहला पंजाब दौरा होगा। भाजपा ने इस बार पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींढसा की अकाली दल संयुक्त के साथ गठबंधन किया है।

पीएम मोदी के तीन रैलियों का कार्यक्रम तैयार किया गया है। वे 14, 16 और 17 फरवरी को पंजाब के तीनों क्षेत्रों मालवा दोआबा और माझा में तीन जनसभाओं को संबोधित करेंगे। उनकी 14 फरवरी को पहली रैली जालंधर, 16 फरवरी को दूसरी रैली पठानकोट और 17 फरवरी को तीसरी रैली अबोहर में होगी।

पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, मनोज तिवारी और हेमामालिनी की चुनावी सभाओं का भी कार्यक्रम तैयार किया गया है। पार्टी के सांसद सनी देओल अभी तक सक्रिय नहीं दिखाई दे रहे हैं। माना जा रहा है कि वे अगले चुनाव में मैदान में नहीं उतरेंगे और इसी कारण उन्होंने राजनीति से दूरी बना रखी है।

राहुल के बाद प्रियंका का सहारा 

कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) दो बार और राज्य का दौरा कर चुके हैं मगर अब प्रियंका गांधी भी चुनावी रण में उतर रही हैं। वे आप नेता भगवंत मान के चुनाव क्षेत्र में धूरी में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार करेंगी। डेराबस्सी में भी वे मतदाताओं से मुखातिब होंगी।

कांग्रेस की ओर से प्रचार की कमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने ही संभाल रखी है जबकि पार्टी के एक और स्टार प्रचारक नवजोत सिंह सिद्धू अपने विधानसभा क्षेत्र अमृतसर ईस्ट में ही फंस गए हैं। अकाली दल ने इस सीट पर वरिष्ठ नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया (Bikramjit Singh Majithia) को उतारकर सिद्धू को उनके चुनाव क्षेत्र में ही बांध दिया है।

सात दिनों तक डेरा डालेंगे केजरीवाल 

आम आदमी पार्टी के लिए पंजाब का चुनाव इस बार प्रतिष्ठा की जंग बन गया है। आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश, गोवा और उत्तराखंड की अपेक्षा पंजाब में ज्यादा ताकत लगा रखी है।

आप की ओर से सांसद भगवंत मान को पार्टी का सीएम चेहरा घोषित किया गया है। अरविंद केजरीवाल राज्य के विभिन्न हिस्सों में लगातार चुनावी जनसभाएं करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने अपनी पत्नी सुनीता और बेटी हर्षिता को भी चुनाव प्रचार में उतार दिया है। उनकी पत्नी और बेटी ने हाल में थूरी विधानसभा क्षेत्र में भगवंत मान के लिए चुनावी सभा की थी। 

आप मुखिया की ओर से लगातार पंजाब में दिल्ली की तरह बेहतर मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराए जाने का दावा किया जा रहा है। कांग्रेस नेताओं के आपसी मतभेद के कारण आप को इस बार पंजाब के चुनाव में बेहतर संभावनाएं नजर आ रही हैं।

यही कारण है कि अरविंद केजरीवाल ने अगले 7 दिनों तक पंजाब में ही डेरा डालने का फैसला किया है। इस दौरान उनकी कई चुनावी सभाओं का कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसके साथ ही वे रोड शो और डोर टू डोर जन संपर्क करके भी पार्टी प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे।

सुखबीर व हरसिमरत ने भी बढ़ाई सक्रियता 

अकाली दल की ओर से सुखबीर बादल और हरसिमरत कौर ने प्रचार की जिम्मेदारी संभाल रखी है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल(Prakash Singh Badal) लंबी विधानसभा सीट से चुनाव जरूर लड़ रहा हैं मगर ज्यादा उम्र और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के कारण वे दूसरे चुनाव क्षेत्रों में प्रचार नहीं कर पा रहे हैं। अकाली दल की सहयोगी बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने पंजाब में सिर्फ एक रैली की है। वे उत्तर प्रदेश के चुनाव में फसी हुई हैं।

 अकाली दल के दूसरे वरिष्ठ नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया (Bikram Singh Majithia) अमृतसर ईस्ट सीट पर सिद्धू को चुनौती देने के साथ मजीठा सीट पर अपनी पत्नी गुनीव कौर के चुनाव संचालन का काम देख रहे हैं। ऐसे में वे भी दूसरे चुनाव क्षेत्रों में समय नहीं दे पा रहा हैं। इस कारण सुखबीर बादल जोरदार प्रचार में जुटे हुए हैं और पार्टी के प्रत्याशियों की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

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