Punjab Political News: CM अमरिंदर सिंह के OSD पोस्ट पर मचा बवाल, पंजाब कांग्रेस में आलाकमान तक पहुंची झगड़े की आंच
सिद्धू को भी महत्वपूर्ण पद देकर उनकी नाराजगी दूर करना चाहता है हाईकमान मगर कैप्टन को हाईकमान का यह कदम किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है। राज्य के कई और असंतुष्ट नेता भी इस सियासी घमासान में कूद पड़े हैं जिसके कारण समस्या सुलझने के बजाय और उलझती जा रही है।
Punjab Political News: पंजाब कांग्रेस में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और असंतुष्ट नेताओं के बीच चल रही सियासी उठापटक रोज बढ़ती जा रही है। सुलह समिति की ओर से कई दिनों पूर्व हाईकमान को रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है मगर हाईकमान अभी तक पंजाब कांग्रेस के संबंध में कोई फैसला नहीं ले सका है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल में राज्य कांग्रेस के कई प्रमुख नेताओं से मुलाकात की है और हाईकमान अभी भी झगड़ा सुलझाने के लिए मंथन में जुटा हुआ है।
इस बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के ओएसडी अंकित बंसल की और से सोशल मीडिया पर की गई एक पोस्ट पर सियासी बवाल मच गया है। इस पोस्ट में आलाकमान को कैप्टन की ताकत की याद दिलाई गई है। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौतम सेठ ने कैप्टन के ओएसडी की इस पोस्ट की शिकायत पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल से की है।
सिद्धू को बड़ा पद देना कैप्टन को मंजूर नहीं
दरअसल पंजाब कांग्रेस का झगड़ा कांग्रेस हाईकमान के लिए बड़ी मुसीबत बन चुका है। पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और हाईकमान चुनावी तैयारियों के लिए जल्द से जल्द इस झगड़े को निपटाने में लगा हुआ है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह असंतुष्ट नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तल्खी के कारण इस समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। हाईकमान सिद्धू को भी महत्वपूर्ण पद देकर उनकी नाराजगी दूर करना चाहता है मगर कैप्टन को हाईकमान का यह कदम किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है। राज्य के कई और असंतुष्ट नेता भी इस सियासी घमासान में कूद पड़े हैं जिसके कारण समस्या सुलझने के बजाय और उलझती जा रही है।
कैप्टन की ताकत की याद दिलाई
इस बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाने वाले ओएसडी अंकित बंसल की एक सोशल मीडिया पोस्ट पर बवाल शुरू हो गया है। अंकित बंसल ने अपनी इस पोस्ट में आलाकमान को कैप्टन की ताकत की याद दिलाई है। बंसल का कहना है कि आलाकमान ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को पिछले कुछ सालों के दौरान कम करके आंका था और इसी वजह से कांग्रेस पंजाब में 10 साल तक सत्ता से दूर रही। कैप्टन ने ही अपने दम पर पंजाब में कांग्रेस को जिंदा किया है और पंजाब में कांग्रेस का मतलब सिर्फ कैप्टन अमरिंदर सिंह की ही हैं। जो लोग पंजाब में दूसरे सपने देख रहे हैं उन्हें एक बार फिर धूल चाटनी होगी और हम सभी पूरी तरह कैप्टन के साथ हैं।
युवा नेता ने की वेणुगोपाल से शिकायत
भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौतम सेठ ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के ओएसडी की इस सोशल मीडिया पोस्ट पर गहरी आपत्ति जताई है। उन्होंने इस बाबत पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल के पास शिकायत भी दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि कैप्टन समर्थकों को यह याद रखना चाहिए कि पार्टी में कुछ बातों को लेकर मतभेद जरूर हो सकते हैंए लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि आलाकमान पर ही सवाल खड़े कर दिए जाएं। उन्होंने कैप्टन समर्थकों को इस तरह की पोस्ट लिखने से बचने की नसीहत भी दी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि केसी वेणुगोपाल इस मामले में संज्ञान लेकर जल्द ही उचित कार्रवाई करेंगे।
अब सोनिया गांधी लेंगी अंतिम फैसला
इस बीच पंजाब कांग्रेस का झगड़ा पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के दरबार में पहुंच गया है। पार्टी के महासचिव और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत का कहना है कि इस संबंध में अब सोनिया गांधी ही अंतिम फैसला लेंगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि पंजाब कांग्रेस में फेरबदल के संबंध में सोनिया 10 जुलाई तक फैसला ले सकती हैं। इस बीच सुलह कमेटी की ओर से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में किए गए प्रमुख वादों पर जल्द से जल्द अमल करने की सलाह दी गई है।
चुनावी वादों को जल्द पूरा करने पर जोर
रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री को पंजाब में रेत और ट्रांसपोर्ट माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा गया है। इसके साथ ही शहरी लोगों को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली दिए जाने के मुद्दे पर भी कैप्टन से विचार करने की को कहा गया है। उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान हमने चुनावी घोषणा पत्र में जनता से ढेर सारे वादे किए थे। पार्टी की ओर से तमाम वादों को पूरा किया गया है मगर जिन वादों पर काम नहीं किया गया है उन्हें जल्द से जल्द पूरा किए जाने की जरूरत है। कांग्रेस को अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ना है। इसलिए कैप्टन से वादों को जल्द से जल्द पूरा करने को कहा गया है।