Moosewala Murder Case: हरियाणा एवं पंजाब हाई कोर्ट का कड़ा रुख, लॉरेंस बिश्नोई की पेशी को लेकर जताया समर्थन
Moosewala Murder Case: सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले में दिल्ली पुलिस कु कस्टडी में बंद लॉरेंस बिश्नोई ने खुद को पूछताछ के लिए पंजाब पुलिस के हवाले किये जाने का विरोध करते हुए न्यायालय में याचिका दायर की गई है।
Sidhu Moose Wala Murder Case: 29 मई को पंजाब के मानसा जिले में हुई पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले मेंजेल में बन्द लॉरेंस बिश्नोई पर शिकंजा कसता जा रहा है। आपको बता दें कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने मामले में अपना पक्ष रखते हुए लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) की पेशी की बात कही है।
दरअसल, वर्तमान में दिल्ली पुलिस कु कस्टडी में बंद लॉरेंस बिश्नोई ने खुद को पूछताछ के लिए पंजाब पुलिस के हवाले किये जाने का विरोध करते हुए न्यायालय में याचिका दायर की गई है। साथ ही लॉरेंस बिश्नोई का इस विरोध के पीछे यह कहना है कि यदि उसे पंजाब पुलिस के हाथों सौंपा गया तो फर्जी एनकाउंटर में मार दिया जाएगा।
बिश्नोई ने खुद को निर्दोष बताया
ऐसे में लॉरेंस बिश्नोई दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में। रहते हुए जांच में मदद करने को तैयार है। हालांकि, अब हाई कोर्ट की टिप्पणी के बाद लॉरेंस बिश्नोई की न्यायालय के समक्ष पेशी होनी लगभग सुनिश्चित है।
फिलहाल, लॉरेंस बिश्नोई ने दिल्ली पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में खुद को निर्दोष बताया है। लेकिन विपरीत इसके मूसेवाला की हत्या के बाद से बीते दिनों से क्यो सोशल मीडिया पोस्ट सामने आए जिसमें सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने ली। इसी के तहत पुलिस ने लॉरेम्स बिश्नोई के खिलाफ सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साज़िश को अंजाम देने के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
लारेंस बिश्नोई की पेशी को लेकर पंजाब हाई कोर्ट ने अपनी सहमति जाहिर की है। दरअसल, पंजाब पुलिस की ओर से लॉरेंस बिश्नोई की कस्टडी की मांग की गई है, जिससे सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में ठीक प्रकार जांच और पूछताछ की जा सके।
फिलहाल, पंजाब हाई कोर्ट ने लॉरेंस बिश्नोई की पेशी को सहमति जताते हुए अपनी बात कही है। कोर्ट ने साफ शब्दों में कहा है कि बिश्नोई की पेशी होनी चाहिए। इस आदेश के बाद लॉरेंस बिश्नोई की न्यायालय के समक्ष पेशी कर उसपर दायर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामलों और पंजाब पुलिस को कस्टडी सौंपने को लेकर सुनवाई की जाएगी।