Punjab News: पंजाब में बेरोजगार लाइनमैनों ने कहा, "आप" कर रही वादाखिलाफी
Punjab News: राज्य सरकार द्वारा किए गए सभी वादे विफल हो गए हैं और उनके पास सरकार के अड़ियल रवैये के खिलाफ अपने संघर्ष को तेज करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है।
Punjab News: पंजाब में बेरोजगार लाइनमैन यूनियन के सदस्य नौकरी की मांग पर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और पुलिस की लाठियां भी खा रहे हैं। इन लिगों का कहना है कि पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले उनसे नौकरियों में प्राथमिकता देने का वादा पूरा किया जाए। बेरोजगार संघ के सदस्यों ने मांग की है कि उन्हें "नई भर्ती में प्राथमिकता" दी जाए।
संघ के सदस्यों ने दोहराया है कि राज्य सरकार द्वारा किए गए सभी वादे विफल हो गए हैं और उनके पास सरकार के अड़ियल रवैये के खिलाफ अपने संघर्ष को तेज करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है।
परीक्षा रद करने की मांग को लेकर पटियाला में पावरकाम दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे बेरोजगार लाइनमैनों पर हाल ही में पुलिस ने लाठीचार्ज किया था और बड़ी संख्या में बेरोजगार लाइनमैनों को हिरासत में ले लिया गया।
यूनियन के अध्यक्ष राकेश कुमार और उप प्रधान मलकीत सिंह ने बताया कि उनकी तरफ से 27 जुलाई 2022 से पॉवरकॉम के पटियाला स्थित हेड आफिस के सामने धरना लगाया हुआ है क्योंकि मैनेजमेंट की तरफ से 1690 सहायक लाइनमैन की पोस्टों के लिए परीक्षा रख दी गई है जोकि आज तक पहले हुई भर्तियों में कभी नहीं हुआ।
बेरोजगारों के विभिन्न संगठनों द्वारा धरना प्रदर्शन
पंजाब में बेरोजगारों के विभिन्न संगठनों द्वारा धरना प्रदर्शन का आयोजन काफी समय से किया जा रहा है। इनमें वे लोग भी हैं जिन्होंने पंजाब पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी के लिए 2016-17 में लिखित परीक्षा के साथ-साथ शारीरिक परीक्षण भी पास किया था, लेकिन उन्हें प्रतीक्षा सूची में डाल दिया गया था। उनका दावा है कि उन्हें पिछली कांग्रेस सरकार और बाद में आम आदमी पार्टी ने चुनाव प्रचार के दौरान नौकरी देने का वादा किया था।
शिक्षा विभाग में शारीरिक प्रशिक्षण प्रशिक्षक (पीटीआई) की नौकरी चाहने वाले बेरोजगार लोग भी विरोध प्रदर्शन करते रहते हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे 2011 से नौकरियों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। "आप" नेताओं ने सत्ता में आने के तुरंत बाद नौकरी देने का आश्वासन दिया था, लेकिन कुछ नहीं किया गया। नौकरी की मांग कर रहे अधिक उम्र के बेरोजगार संघ भी प्रदर्शनकारियों में शामिल हैं।