कन्हैया की हत्या पर सवाल उठाना आचार्य प्रमोद कृष्णम को पड़ सकता है भारी, कांग्रेस से हो सकती है छुट्टी!
Udaipur Murder: कन्हैया की हत्या के बाद कांग्रेस नेता और धर्म गुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट में कहा धमकी मिलने के बावजूद भी कन्हैया को सुरक्षा उपलब्ध क्यूँ नहीं दी।
Udaipur Murder: राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया की निर्ममता से की गई हत्या के बाद अब कांग्रेस के नेता ही अपनी सरकार पर सवाल उठाने लगे हैं. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कन्हैया की हत्या को लेकर गहलोत सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े किए तो पार्टी के बड़े नेताओं को यह नागवार गुजरा. राज्यसभा सांसद और मीडिया इंचार्ज जयराम रमेश ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को नसीहत दी है कि आप दो बार लक्ष्मण रेखा लांघ चुके हैं अब आप पर कार्रवाई हो सकती है।
इसको लेकर सोशल मीडिया पर अब वार पलटवार का दौर शुरू हो गया है लेकिन इन सबके बीच जयराम रमेश ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को यह संदेश दे दिया है की आप इस मसले पर चुप रहें अगर आगे कुछ बोलेंगे तो आप पर एक्शन की तैयारी हो चुकी है. बता दे जयराम रमेश ने जिंदो लक्ष्मण रेखा मांगने की बात की है वह आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने पहले ट्वीट में गहलोत सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े किए और कन्हैया को सुरक्षा ना देने को लेकर उन्हें घेरा था. दूसरे ट्वीट में उन्होंने 'राष्ट्र धर्म' और 'राष्ट्र द्रोह' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया तो पार्टी को यह बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने प्रमोद कृष्णम को लक्ष्मण रेखा नहीं लांघने की चेतावनी दे डाली.
आचार्य प्रमोद कृष्णम का ट्वीट
कन्हैया की हत्या के बाद कांग्रेस नेता और धर्म गुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने पहले ट्वीट में कहा 'धमकी मिलने के बावजूद भी "कन्हैया" को सुरक्षा उपलब्ध क्यूँ नहीं करायी गयी, क़ातिलों के साथ साथ "पुलिस"
प्रशासन भी बराबर का दोषी है,SSP DIG के ख़िलाफ़ अभी तक कार्यवाही क्यूँ नहीं की गयी, क्या "राजस्थान" में "सरकार" का इक़बाल बिलकुल ख़त्म हो गया है...???
2- बेरहमी और "बर्बरता" से "क़त्ल"
किये गये कन्हैया के लिये आवाज़ उठाना राष्ट्र धर्म है प्रभु,और राष्ट्र धर्म का निर्वहन करने से किसी को रोकने की चेष्टा "राष्ट्र द्रोह" कहलाता है.
राज्यसभा सांसद जयराम रमेश की चेतावनी
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने आचार्य प्रमोद कृष्णम के ट्वीट पर चेतावनी देते हुए कहा 'दूसरी बार लक्ष्मण रेखा पार करने से पहले एक बार तो सोचना चाहिए था आदरणीय प्रमोद त्यागी जी। जो आपने लिखा है वो वैसे भी तथ्यों से बहुत परे है।
गौरतलब है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के काफी करीबी माने जाते हैं. लेकिन राजस्थान में जिस तरह से कन्हैया की गला काटकर निर्मम हत्या की गई उसको लेकर उन्होंने गहलोत सरकार और वहां की पुलिस पर सवाल उठाया है. अब इसी को लेकर वह कांग्रेस नेताओं के ही निशाने पर आ गए हैं. सोशल मीडिया पर कुछ लोग जहां आचार्य प्रमोद कृष्णम के समर्थन में हैं वहीं कांग्रेस के सपोर्टर्स उन्हें बीजेपी का एजेंट बताने से भी नहीं चूक रहे. आचार्य प्रमोद कृष्णम लगातार बीजेपी सरकार की आलोचना करते रहे हैं लेकिन उन्हें अब अपनी सरकार पर सवाल उठाना भारी पड़ सकता है जिसकी चेतावनी जयराम रमेश ने उन्हें दे दी है.