BJP in Rajashthan: राजस्थान में वसुंधरा राजे की नाराजगी बरकरार, नड्डा की बैठक में नहीं लेंगी हिस्सा

BJP in Rajasthan: भाजपा सूत्रों के मुताबिक वसुंधरा राजे CM की दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं।

Report :  Anshuman Tiwari
Published By :  Ragini Sinha
Update: 2022-04-19 08:04 GMT

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Social Media)

Rajasthan News: राजस्थान भाजपा में गुटबाजी खत्म करने की पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की कोशिशें कामयाब होती नहीं दिख रही हैं। राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और इसलिए पार्टी नेतृत्व राज्य के नेताओं के बीच एकजुटता कायम करने की कोशिश में जुटा हुआ है। पार्टी नेतृत्व ने गुटबाजी खत्म करने के लिए राज्य के भाजपा नेताओं की बैठक बुलाई है मगर पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी की कद्दावर नेता वसुंधरा राजे ने इस बैठक से दूरी बना ली है।

 राजे खुद को सीएम चेहरा न बनाए जाने से नाराज बताई जा रही हैं। राज्य में राजे के विरोधी माने जाने वाले सभी प्रमुख नेता नड्डा की बैठक में हिस्सा लेंगे मगर राजे ने इस बैठक से किनारा कर लिया है। ऐसे में राज्य भाजपा में गुटबाजी खत्म होने की संभावनाएं काफी क्षीण हो गई हैं।

बैठक में मौजूद रहेंगे अन्य सभी बड़े नेता 

राजस्थान में अगले साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी सियासी दलों ने कमर कसनी शुरू कर दी है। भाजपा ने भी राजस्थान पर विशेष रूप से फोकस कर रखा है और पार्टी अध्यक्ष नड्डा ने हाल में राजस्थान का दौरा भी किया था। नड्डा के इस कार्यक्रम में भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नहीं पहुंची थीं। अब नड्डा ने राजस्थान भाजपा की गुटबाजी को खत्म करने के लिए गंभीर प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने राजस्थान के भाजपा नेताओं की आज बैठक बुलाई है।

इस बैठक से भी वसुंधरा राजे ने किनारा कर लिया है। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुन मेघवाल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर और अन्य प्रमुख नेता हिस्सा लेंगे। वैसे वसुंधरा राजे के मीटिंग में हिस्सा न लेने के कारण पार्टी में गुटबाजी खत्म होने की उम्मीद नहीं दिख रही।

सीएम फेस न बनाए जाने से नाराज हैं राजे

भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री पद की दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। वे पूर्व में भी राज्य की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और एक बार फिर खुद को सीएम चेहरा घोषित करवाना चाहती हैं। वसुंधरा समर्थकों की ओर से काफी दिनों से यह मांग की जा रही है कि उन्हें मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया जाए। पार्टी हाईकमान इसके लिए तैयार नहीं दिख रहा है और इसी कारण पेंच फंसा हुआ है। 

पार्टी नेताओं का कहना है कि सीएम फेस भाजपा संसदीय बोर्ड की ओर से तय किया जाएगा। नड्डा की ओर से बुलाई गई बैठक में पार्टी की गुटबाजी खत्म करने के साथ ही पार्टी को संगठनात्मक नजरिए से मजबूत बनाने पर भी चर्चा होगी। चुनावी दृष्टि से पार्टी की ओर से राजस्थान में अपनाई जाने वाली रणनीति पर भी बैठक में विचार किया जाएगा।

नहीं थम रहा आरोप-प्रत्यारोप का दौर 

राजस्थान में काफी दिनों से वसुंधरा राजे और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के गुटों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा है। पार्टी हाईकमान की ओर से इसे रोकने की कोशिशों के बावजूद यह सिलसिला अभी तक खत्म नहीं हुआ है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इसे लेकर गहरी नाराजगी भी जताई है। 

माना जा रहा है कि पार्टी नेताओं की बैठक के दौरान नड्डा की ओर से सभी नेताओं को अनुशासन की सीमा में रहने की नसीहत दी जा सकती है। हालांकि वसुंधरा के इस बैठक में मौजूद न रहने के कारण इस नसीहत के ज्यादा असरदार होने की संभावना नहीं दिख रही है। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व समय-समय पर राज्य भाजपा के नेताओं को एकजुटता का पाठ पढ़ाता रहा है मगर अभी तक इसके वांछित नतीजे नहीं मिल सके हैं।

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