कोरोना का असर: करणी माता का दर्शन दुर्लभ, 9 दिन बंद रहेंगे मंदिर के पट
चूहों वाली देवी के रूप में प्रसिद्ध देशनोक करणी माता मंदिर में नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।
बीकानेर: कोरोना की लहर देश के साथ पूरे राजस्थान को भी अपनी अपनी चपेट में ले लिया है। कोरोनावायरस (Coronaviru) की दूसरी लहर को देखते हुए राजस्थान में फिर से लॉकडाउन की स्थिति हो गई है। सरकार ने नई गाइड लाइन में सभी बड़े मंदिरों को बंद करने के आदेश दे दिए है।
आज से चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) शुरू हो गई है। नवरात्रि में शक्ति की देवी के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। राजस्थान के बीकानेर में चूहों वाली देवी के रूप में प्रसिद्ध देशनोक करणी माता मंदिर में नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। लेकिन इस बार कोरोना के खतरे को देखते हुये राजस्थान के बीकानेर (Bikaner) में करणी माता मंदिर (Karni Mata Temple) को भी बंद करने की घोषणा कर दी गई है।
नहीं कर सकेंगे भक्त मां के दर्शन
मंगलवार से शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। नवरात्रि में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए करणी माता मंदिर पूरे नवरात्रि में बंद रहेंगे। 13 अप्रैल से 21 अप्रैल तक मंदिर पूरी तरह से बंद रहेगा। लेकिन इस दौरान पुजारी और मंदिर परिसर के लोगों को मंदिर में रहने के अनुमति रहेगी, ताकि मां की आरती और पूजा में रुकावट ना आएं। अब मातारानी के दर्शन ऑनलाइन ही करना पड़ेगा।
नवरात्रि में करणी माता के दर्शन करने के लिए दूर दराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचते हैं। ऐसे में इतनी भीड़ को संभालना काफी मुश्किल होता है। इसलिए जिला प्रशासन और मंदिर प्रन्यास के जनप्रतिनिधियों की जिला कलक्ट्रेट में मीटिंग हुई। इस दौरान जिला कलक्टर नमित मेहता ने मंदिर प्रन्यास के पदाधिकारियों को कोरोना के बढ़ते प्रकोप से अवगत कराते हुए मंदिर को नवरात्रि में बंद करने की बात कही। उसके बाद मंदिर प्रन्यास ने निर्णय लेते हुए आगामी 21 तारीख तक मंदिर बंद की घोषणा कर दी है।
दर्शन के लिए ऐसी व्यवस्था
श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए मां करणी के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही मंदिर के बाहर एक एलईडी भी लगाई जाएगी। उसमें माता की पूरी आरती और दर्शन श्रद्धालु मंदिर के बाहर से कर सकेंगे। इससे पहले भी कोरोना के बढ़ते प्रभाव की वजह से करणी माता मंदिर बंद हुआ था। एक बार फिर कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते मंदिर की ओर से यह निर्णय लिया गया है। इस मंदिर में हजारों की तादाद में चूहे है, ये श्रद्धालुओं की भीड़ में भी दिनभर मंदिर में घूमते रहते हैं।
इधर करौली जिले में स्थित उत्तर भारत के प्रसिद्ध मां कैलादेवी के मंदिर के पट भी बंद किये जा चुके हैं। प्रसिद्ध कैला माता मंदिर में भी दर्शनों पर आगामी आदेशों तक रोक लगा दी गई है। गुरुवार को सुबह मंगला आरती के बाद मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया था। गुरुवार से ही कैला माता का प्रसिद्ध चैत्र लक्खी मेला भी शुरू होना था, उसे भी पूर्व में ही कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण जिला प्रशासन की ओर से निरस्त कर दिया गया था।