गहलोत कैबिनेट से होगी कई मंत्रियों की छुट्टी, विधायकों से लंबी चर्चा के बाद माकन ने दिया बड़ा संकेत
Gehlot Cabinet Reshuffle: जयपुर की दूसरी यात्रा के दौरान माकन ने कांग्रेस विधायकों के साथ ही गहलोत सरकार को समर्थन देने वाले अन्य विधायकों से भी चर्चा की है।
Gehlot Cabinet Reshuffle : नई दिल्ली कांग्रेस नेतृत्व इन दिनों राजस्थान कांग्रेस का झगड़ा सुलझाने में पूरी गंभीरता से जुटा हुआ है। पंजाब का मसला सुलझने के बाद पार्टी हाईकमान ने राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमे के बीच चल रहे विवाद को खत्म करने के लिए गंभीर पहल शुरू की है। इसी कारण पार्टी नेतृत्व की ओर से राजस्थान के प्रभारी अजय माकन को हाल के दिनों में दो बार राजस्थान भेजा गया है।
अपनी जयपुर की दूसरी यात्रा के दौरान माकन ने कांग्रेस विधायकों के साथ ही गहलोत सरकार को समर्थन देने वाले अन्य विधायकों से भी चर्चा की है। इस चर्चा के बाद गहलोत मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल की संभावना जताई जा रही है। जानकार सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल से कई मंत्रियों की छुट्टी की जाएगी। विधायकों ने कई मंत्रियों के कामकाज की शिकायत करते हुए उन्हें हटाने की मांग की है। वैसे माकन ने इसे दूसरा रूप देते हुए कहा है कि कई मंत्रियों ने इस्तीफा देकर संगठन का काम करने की इच्छा जताई है।
कई मंत्रियों के कामकाज की शिकायत
कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने अपने हाल के दो दिवसीय दौरे के दौरान विधायकों से मंत्रियों के कामकाज के साथ ही राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी व्यापक चर्चा की है। विधायकों से कई सवालों के जवाब मांगे गए थे ताकि मंत्रियों के कामकाज का मूल्यांकन किया जा सके। इस दौरान विधायकों ने कई मंत्रियों के कामकाज पर सवाल उठाए हैं।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की सबसे ज्यादा शिकायत की गई है। माना जा रहा है कि माकन विधायकों से हुई चर्चा के आधार पर रिपोर्ट तैयार करेंगे और फिर यह रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को सौंपी जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर हाईकमान से मिले निर्देशों के बाद गहलोत मंत्रिमंडल में फेरबदल की रूपरेखा तैयार होगी। माकन का कहना है कि विधायकों के साथ ही सभी वरिष्ठ नेताओं ने कहा है कि उन्हें हाईकमान का फैसला मंजूर होगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी हाईकमान के निर्देश के अनुरूप फैसला लेने की बात कही है।
सचिन पायलट खेमे ने बढ़ाया दबाव
दूसरी ओर सचिन पायलट खेमे ने मंत्रिमंडल में फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों के लिए दबाव बढ़ा दिया है। पायलट ने पिछले दिनों दिल्ली की यात्रा के दौरान भी माकन से मुलाकात की थी। चर्चा है कि इस दौरान उनकी कांग्रेस नेतृत्व से भी बात हुई है। पायलट खेमा गहलोत मंत्रिमंडल के साथ ही राजनीतिक नियुक्तियों में भी बड़ी हिस्सेदारी की मांग कर रहा है। दूसरी ओर माकन का भी कहना है कि कई मंत्रियों ने मंत्री पद छोड़कर संगठन में काम करने की इच्छा जताई है।
हालांकि सियासी जानकारों का कहना है कि माकन इसे से दूसरा रूप देने की कोशिश में लगे हुए हैं। दरअसल कई मंत्रियों के कामकाज को लेकर नाराजगी है और इन मंत्रियों को हटाया जाना तय माना जा रहा है। माकन के बयान से साफ है कि केंद्र में मोदी सरकार की तरह ही गहलोत मंत्रिमंडल में भी बड़े पैमाने पर फेरबदल होगा। कई पुराने मंत्रियों की छुट्टी करके उनकी जगह नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है।
नेताओं ने जताया हाईकमान में भरोसा
राजस्थान प्रभारी माकन ने बुधवार और गुरुवार को कांग्रेस विधायकों से दिनभर चर्चा की है। इस चर्चा के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान माकन ने कहा कि कांग्रेस के पास समर्पित नेताओं की फौज है और संगठन में काम करने के इच्छुक नेताओं के दम पर कांग्रेस 2023 में भी राजस्थान में सरकार बनाने में कामयाब होगी। पायलट की भूमिका बढ़ाए जाने के सवाल के संबंध में माकन का कहना है कि पार्टी के सभी नेताओं ने हाईकमान में भरोसा जताया है और कहा है कि हाईकमान का फैसला उन्हें पूरी तरह मंजूर होगा।
रिपोर्ट के आधार पर फैसला लेगा हाईकमान
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मा कन इन विधायकों से हुई चर्चा के आधार पर रिपोर्ट तैयार करेंगे और यह रिपोर्ट कांग्रेस हाईकमान को सौंपी जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर पार्टी हाईकमान त्वरित फैसला ले सकता है क्योंकि पार्टी नेतृत्व अब राजस्थान के मसले को ज्यादा टालने के पक्ष में नहीं है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी गुरुवार को पार्टी विधायकों से मुलाकात की थी और सभी से मतभेद भुलाकर संगठन को मजबूत बनाने की अपील की थी। राजस्थान में मंत्रिमंडल में फेरबदल का मुद्दा काफी दिनों से फंसा हुआ है क्योंकि इसे लेकर गहलोत टालमटोल की नीति अपनाते रहे हैं मगर अब जल्द ही मंत्रिमंडल में फेरबदल की बात तय मानी जा रही है।