बड़ा फर्जीवाड़ा: 23 सुहागिनों को दिला दी विधवा पेंशन
असिस्टेंट जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिकेत सिंह ने newstrack.com को बताया कि अवैध रूप से पेंशन निकालने का मामला संज्ञान मे आया है। इस मामले पर जांच शुरू कर दी है। जांच के दौरान अगर तथ्य पाये गए तो महिलाओं से रिकवरी की जाएगी और जरूरत पड़ी तो एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।
आसिफ अली
शाहजहांपुर। अभी तक आपने देखा होगा कि जब कोई सुहागन विधवा हो जाती है। तब उसके जीवनयापन के लिए सरकार पेंशन देती है। लेकिन ऐसा पहली बार देखने को मिला है कि प्रधान समेत विभाग के बाबुओं ने पैसे की बंदरबांट के लिए 23 महिलाओं को विधवा बना दिया। उनके खातों मे समाजवादी पेंशन भेजी जाने लगी। जबकि उन महिलाओं के पति जीवित है और वह खुद इस बात का प्रमाण दे रहे हैं कि वह अभी मरे नही है। लेकिन कुल मिलाकर समाजवादी पेंशन घोटाने की सिर्फ बानगी सामने आई है। लेकिन इस पर अगर गहराई से जांच की जाए तो बङा घोटाला सामने आ सकता है।
पति जिंदा हैं लेकिन पा रहीं विधवा पेंशन
दरअसल ब्लाक मिर्जापुर ग्राम पंचायत सरायं तालुका वानगांव मे घोटाले का मामला सामने आया है। यहां करीब 23 महिलाएं ऐसी जिनके पति अभी भी जिंदा है। लेकिन कुछ बाबुओं और प्रधान की मिलिभगत से वह महिलाएँ अब विधवा हो चुकी है। ऐसा हम नही बल्कि वह महिलाएँ और उनके पति खुद बोल रहे है।
जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर इस गांव मे सन 2016 मे समाजवादी पेंशन देने के लिए 33 महिलाओं को पात्र बताया गया था। तब से लगातार उनके खातों मे पेंशन भेजी जाने लगी। लेकिन धीरे धीरे ग्रामिणों का पता चला कि 33 महिलाओं मे से सिर्फ 10 महिलाएँ ऐसी है जो वास्तव मे विधवा है और उनको पेंशन देकर उनकी मदद की जा रही है।
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लेकिन 23 महिलाएँ ऐसी है जिनके पति जिंदा है। लेकिन सन 2016 मे विभाग के बाबू और ग्राम प्रधान की मिलीभगत से उन महिलाओं को विधवा दर्शाकर उनको पात्र बनाकर उनके खातों मे लगातार पेंशन भेजी जा रही है।
आधे पैसे प्रधान ले लेता है
गांव की रहने वाली अनीता नाम की महिला का कहना है कि सन 2016 मे गांव के प्रधान ने पेंशन बनवाने के नाम पर कुछ जरूरी कागजात मांगे थे। उस वक्त ग्राम प्रधान ने समाजवादी पेंशन के फार्म भरने के लिए दिये थे। वह फार्म भरकर प्रधान को सौंप दिये थे। उसके बाद से लगातार उनके खातों मे पैसा आने लगा।
लेकिन पैसा आने के बाद जब पैसे निकालकर लाते थे तब आधे पैसे प्रधान लेता था। लेकिन कुछ महिलाएँ ऐसी है जिनके खातों मे पैसा आता है और उनके निकाले बगैर ली पैसा निकल जाता है। हालांकि इसकी शिकायत भी की गई थी। लेकिन कार्यवाई कुछ भी नही हुइ।
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प्रधान बोले आरोप गलत
वही ग्राम प्रधान राजकिशोर से बात की तो उनका कहना है कि इस मामले पर उन्हे कोई जानकारी नही है। मेरे उपर लगने वाले आरोप निराधार है।
जांच शुरू
असिस्टेंट जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिकेत सिंह ने newstrack.com को बताया कि अवैध रूप से पेंशन निकालने का मामला संज्ञान मे आया है। इस मामले पर जांच शुरू कर दी है। जांच के दौरान अगर तथ्य पाये गए तो महिलाओं से रिकवरी की जाएगी और जरूरत पड़ी तो एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।