LAC में हारा चीन: जंग में खाई भारत से मार, अहम चोटियों पर आर्मी का कब्जा

चीन की सेना लद्दाख में एलएसी के पास भारतीय पोस्ट पर कब्जा जमाने में लगी हुई है तो भारत की सेना चीन के हर मंसूबे को लगातार नाकाम कर रही है।

Update: 2020-09-14 14:07 GMT

लखनऊ: भारत और चीन के बीच इस साल लद्दाख विवाद की सबसे बड़ी वजह बनी। चीन की सेना लद्दाख में एलएसी के पास भारतीय पोस्ट पर कब्जा जमाने में लगी हुई है तो भारत की सेना चीन के हर मंसूबे को लगातार नाकाम कर रही है। ये भारत की सफलता है कि इंडियन आर्मी ने पूर्वी लद्दाख की अहम चोटियों पर कब्जा जमा लिया है।

भारतीय सेना ने पैगॉन्ग की अहम चोटियों पर किया कब्जा

लद्दाख में पहले गलवान वैली, फिर पैंगोंग झील के पास के पोस्ट पर चीन की सेना कब्जा जमाने के मंसूबे के साथ घुसपैठ कर चुकी है लेकिन भारतीय सेना ने हर बार उनकी घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। इस दोनों देशों देशों की सेनाओं के बीच झड़प हुई, दोनों तरफ के सैनिक शहीद हुए लेकिन भारत ने चीनी सेना की तुलना में बढ़त बनाये रखी।

लद्दाख में चीन से आगे भारत

दरअसल, पूर्वी लद्दाख में सबसे ऊंचाई वाली चोटियों पर भारत ने कब्जा कर लिया है। यहां से पूरे इलाके पर नजर रखी जा सकती है और चीनी सैनिकों की हरकतों की निगरानी की जा सकती है। बता दें कि इन पोस्ट पर चीन कब्जा जमाने की फ़िराक में था। इस बाबत करीब 48 सालों बाद एलएसी पर गोलीबारी तक की हो गयी। लेकिन चीन से पहले भारत ने ब्लैक टॉप और कई अन्य ऊँची चोटियों पर कब्जा जमा लिया।

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चीन कर रहा भारत के काउंटर अटैक से इनकार:

हालाँकि चीन के लिए ये बड़ी शर्मनाक बात हैं। ऐसे में वह अपनी गतिविधियों को छिपाने के लिए गलत बयानबाजी कर रहा है। चीन के एक अफसर ने तो इन इलाकों पर कब्जा वापस हासिल करने के लिए काउंटर अटैक से भी इनकार कर दिया। इसके पहले हाल में ब्लैक टॉप के पास हुई फायरिंग को लेकर भी चीन की तरह से झूठा बयान आया था कि भारत ने पहले फायरिंग की, जबकि चीन ने घुसपैठ के दौरान रोके जाने पर फायरिंग की थी और भारत ने उनको जवाब देने के लिए हवाई फायरिंग की कार्रवाई की।

लद्दाख में सुधरी भारत की स्थिति:

एक्सपर्ट रिटायर्ड कर्नल रनबीर सिंह जाखड़ ने बताया कि भारतीय सैनिक अब लद्दाख के अहम इलाकों में मजबूत स्थिति में हैं और इसके चलते चीनी सैनिकों को मुश्किल आ रही है। अब चीन की सेना चुशूल-देमचोक सड़क पर भी ठीक तरह से नजर नहीं रख पा रही है।

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भारतीय जवान चीन के सैनिकों से बेहतर

चीन की सेना भी काफी दमदार है लेकिन भारतीय सैनिकों से लगातार हारने के बाद उनका मनोबल गिरना लाजमी है। यहां अहम बात ये हैं कि भारत की सेना चीन के पीएलए से बेहतर क्यों हैं?

माउंटेन वारफेयर के लिए भारतीय जवानों का प्रशिक्षण बेहतर

इस बारे में कर्नल जाखड़ का कहना है कि माउंटेन वारफेयर के लिए भारतीय जवानों का प्रशिक्षण चीन के सैनिकों से ज्यादा बेहतर तरीके से होता है। चीन अत्याधुनिक लैश है लेकिन किसी भी हथियार को चलाने के लिए वह इंसान मजबूत होना चाहिए, जिनके हाथों में हथियार है। भारत में ज्यादा बेहतर तरीके से सैनिको को पहाड़ी जंग के लिए तैयार किया जाता है।

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भारतीय सैनिकों की जीत की सबसे बड़ी वजह उनकी देश भक्ति भी हो सकती है, जो उनमे लड़ने के लिए अदम्य साहस और जोश भर्ती है। भारतीय जवानों के लिए धरती मां और भारत परिवार से कम नहीं होता। भारत के सैनिक जबरन मिलिट्री में नहीं लाये जाते बल्की देश प्रेम की भावना से खुद आर्मी ज्वाइन करते हैं लेकिन चीन में सेना में भर्ती होना अनिवार्य होता है।

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