Solar Storm: ये 2 दिन धरती के लिए अहम, धरती की ओर बढ़ रहा सोलर स्टॉम
सूरज से निकला सौर तूफान आज या कल पृथ्वी से टकरा सकता है...
Solar storm: दो दिन धरती के लिए बेहद अहम हैं। इसकी वजह है सोलर स्टॉर्म। सूरज से उठा यह तूफान करीब 1.6 लाख प्रतिघंटे की रफ्तार से धरती की तरफ बढ़ रहा है। आशंका जताई जा रही है की यह आज या कल तक धरती से टकराएगी। रिपोर्ट के मुताबिक, इसके टकराने के बाद खूबसूरत रोशनी निकलेगी। इस रोशनी को लोग रात में देख सकेंगे।
इन उपकरणों पर होगा असर
बताया जा रहा है की अगर यह सौर्य तूफान आता है, तो धरती जीपीएस, मोबाइल फोन और सैटेलाइट टीवी के साथ ऐसे रेडियो फ्रीक्वेंसी से चलने वाले अन्य उपकरणों को प्रभावित कर सकता है।
क्या होता है सोलर स्टॉर्म
धरती की मैग्नेटिक सतह हमारी मैग्नेटिक फील्ड द्वारा तैयार की गई है। यह सूरज से निकलने वाली खतरनाक किरणों से हमारी रक्षा करता है। जब कोई तेज रफ्तार किरण धरती की तरफ आती है, तो यह मैग्नेटिक सतह से टकराती है। अगर यह सोलर मैग्नेटिक फील्ड दक्षिणवर्ती है तो पृथ्वी के विपरीत दिशा वाली मैग्नेटिक फील्ड से मिलती है। तब धरती की मैग्नेटिक फील्ड प्याज के छिलकों की तरह खुल जाती है और सौर्य हवाओं के कण ध्रुवों तक जाते हैं। यह करीब 6 से 12 घंटों तक बरकरार रहती है। इसके कुछ दिनों के बाद मैग्नेटिक फील्ड खुद से ठीक होने लगती है।
ऐसे डाल सकता है असर
सोलर स्टॉर्म के दौरान धरती की सतह पर तेज बिजली की धारा का प्रवाह होता है। इसके चलते कई बार पावर ग्रिड तक फेल हो जाती हैं। कुछ जगहों पर तेल और गैस की पाइपलाइनों पर भी इनका असर देखा गया है। इसका असर हाई फ्रीक्वेंसी रेडियो कम्यूनिकेशन पर होने से जीपीएस वगैरह भी काम करना बंद कर देते हैं। अब सवाल उठता है कि सोलर स्टॉर्म कितनी देर तक रहता है। यह कुछ मिनटों से लेकर घंटों तक रह सकता है। लेकिन धरती की चुंबकीय सतह और वातावरण में इसका प्रभाव दिनों से हफ्तों तक रहता है।