चौथे स्‍थान पर बल्‍लेबाजी के लिए अजिंक्‍य रहाणे सबसे सही खिलाड़ी होते :चौहान

उत्‍तर प्रदेश के खेल मंत्री चौहान ने रविवार को ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘टीम में चौथे नम्‍बर के बल्‍लेबाज के चयन की समस्‍या अब भी बनी हुई है। यहीं पर टीम की कुछ कमजोरी है। यहां पर एक मजबूत खिलाड़ी होना चाहिये था। निजी तौर पर मैं समझता हूं कि इस स्‍थान पर बल्‍लेबाजी के लिये अजिंक्‍य रहाणे सबसे सही खिलाड़ी होते। रहाणे का इंग्‍लैंड में अच्‍छा प्रदर्शन रहा है मगर वह टीम में शामिल ही नहीं किये गये।’’

Update: 2019-05-19 08:24 GMT

लखनऊ: पूर्व भारतीय अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी चेतन चौहान का मानना है कि इंग्‍लैंड में इस माह शुरू होने जा रहे विश्‍व कप टूर्नामेंट में चौथे नम्‍बर पर बल्‍लेबाज का चयन अब भी एक सिरदर्द है लेकिन इस पायदान पर बल्‍लेबाजी के लिये अजिंक्‍य रहाणे सबसे उपयुक्‍त होते।

उत्‍तर प्रदेश के खेल मंत्री चौहान ने रविवार को ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘टीम में चौथे नम्‍बर के बल्‍लेबाज के चयन की समस्‍या अब भी बनी हुई है। यहीं पर टीम की कुछ कमजोरी है। यहां पर एक मजबूत खिलाड़ी होना चाहिये था। निजी तौर पर मैं समझता हूं कि इस स्‍थान पर बल्‍लेबाजी के लिये अजिंक्‍य रहाणे सबसे सही खिलाड़ी होते। रहाणे का इंग्‍लैंड में अच्‍छा प्रदर्शन रहा है मगर वह टीम में शामिल ही नहीं किये गये।’’

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हालांकि उन्‍होंने यह भी कहा कि अच्‍छी बात है कि टीम के पास विकल्‍प भी मौजूद हैं। चौथा क्रम बेहद महत्‍वपूर्ण है, लिहाजा इस पर महेन्‍द्र सिंह धोनी को प्रोन्‍नत किया जा सकता है। धोनी किसी भी क्रम पर बल्‍लेबाजी करने की कूवत रखते हैं। उन्‍हें मेन लाइन बल्‍लेबाज के तौर पर इस्‍तेमाल किया जाना चाहिये।

भारत की तरफ से 40 टेस्‍ट और सात एकदिवसीय अंतरराष्‍ट्रीय मैच खेल चुके चौहान ने कहा, ‘‘चौथे नम्‍बर पर बल्‍लेबाजी के लिये लोकेश राहुल और विजय शंकर भी अच्‍छे विकल्‍प हैं। सबसे अच्‍छी बात यह है कि कोई भी विकल्‍प दूसरे से कमजोर नहीं है। यह बहुत बड़ी बात है। यहां तक कि विश्‍व कप में भारत की बेंच स्‍ट्रेंथ भी कम नहीं होगी, क्‍योंकि हर खिलाड़ी अच्‍छा प्रदर्शन कर चुका है।’’

चौहान ने उम्‍मीद जतायी कि भारत कम से कम सेमीफाइनल तक जरूर पहुंचेगा। अगर पिछले दो-तीन साल के प्रदर्शन पर नजर डालें तो भारत ने बहुत गौरवशाली पल जिये हैं। कप्‍तान विराट कोहली ने खुद आगे आकर टीम का नेतृत्‍व किया है। इस दौरान भारत ने लगभग हर टीम को हराया है। विदेश में भी श्रंखला जीती हैं। निश्चित रूप से यह आत्‍मविश्‍वास विश्‍वकप के सफर में बहुत काम आयेगा।

उन्‍होंने ऑस्‍ट्रेलिया और मेजबान इंग्‍लैंड को भी खिताब का प्रबल दावेदार बताया।

इस सवाल पर कि क्‍या आईपीएल में खिलाड़ियों का अच्‍छा प्रदर्शन विश्‍व कप टूर्नामेंट में काम आयेगा, पूर्व क्रिकेटर ने कहा ‘‘आईपीएल और वनडे मैच में फर्क है। टी-20 में बल्‍लेबाज और गेंदबाज को तुरंत अच्‍छा प्रदर्शन करना होता है, जबकि वनडे में दोनों को सहज होने का कुछ वक्‍त मिल जाता है। आईपीएल में किया गया प्रदर्शन निश्चित रूप से विश्‍वकप में मददगार साबित होगा। लय सबसे बड़ी चीज होती है, जो किसी भी फार्मेट में अच्‍छे प्रदर्शन की कुंजी होती है।’’

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उन्‍होंने कहा कि भारत की गेंदबाजी और बल्‍लेबाजी दोनों ही काफी मजबूत हैं। चयनकर्ताओं ने टेस्‍ट, वनडे और टी-20 के लिये खिलाड़ियों के चयन का जो पैमाना बनाया है, उससे खिलाडि़यों के सामने अपने लक्ष्‍य स्‍पष्‍ट हुए हैं। हर प्रारूप पहले से ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण हो गया है। ऐसा होने से खिलाड़ी को अपने लक्ष्‍य पता होते हैं।

विश्‍व कप टूर्नामेंट के मेजबान देश इंग्‍लैंड और वहां दौरे पर गयी पाकिस्‍तान टीम के बीच जारी वनडे श्रंखला में पहाड़ जैसे स्‍कोर बनने को देखते हुए वहां की पिचों के मिजाज को लेकर हो रही चर्चाओं पर चौहान ने कहा कि वनडे में पिच बल्‍लेबाजों के लिये बनायी जाती हैं। मगर उम्‍मीद है कि विश्‍व कप टूर्नामेंट के दौरान पिचें बल्‍लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिये मुफीद होंगी। सारी लड़ाई कौशल की होगी।

(भाषा)

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