BCCI: बीसीसीआई ने BYJU'S पर लगाया गंभीर आरोप, कंपनी ने अभी तक नहीं किया 158 करोड़ रुपये का भुगतान

BYJU'S BCCI: बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी के प्रायोजन पर अपने अनुबंध के अनुसार 158 करोड़ रुपये का भुगतान करने में विफलता के लिए बायजूस के खिलाफ दिवालिया

Update:2023-12-04 23:30 IST

BYJU'S BCCI (photo. Social Media)

BYJU'S BCCI: विश्व क्रिकेट जगत में बीसीसीआई दुनिया का सबसे आमिर क्रिकेट बोर्ड बन चुका है। हाल ही में आयोजित हुए वर्ल्ड कप 2023 के दौरान भी भारत के बोर्ड और आईसीसी को आर्थिक रूप से बहुत लाभ हुआ है। जहां बीसीसीआई सबसे आमिर बोर्ड होने के साथ-साथ हर तरफ से मोटा पैसा भी वसूल करती है, जिसमें चैनल ब्रॉडकास्ट और जर्सी के लिए ब्रांड लोगो भी शामिल हैं। जिनसे बीसीसीआई सर्वाधिक रकम लेता है। मगर कभी-कभी मामला थोड़ा उल्टा पड़ जाता है, जैसा हाल ही में बायजूस साथ हुआ है।

बायजूस को लेकर बीसीसीआई का दावा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी के प्रायोजन पर अपने अनुबंध के अनुसार 158 करोड़ रुपये का भुगतान करने में विफलता के लिए बायजूस के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू करने की मांग करते हुए एनसीएलटी से संपर्क किया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और शैक्षिक प्रौद्योगिकी कंपनी (एडटेक) BYJU'S कथित भुगतान चूक को लेकर कानूनी लड़ाई में उलझे हुए हैं।

सोमवार (04 दिसंबर 2023) को, यह सामने आया कि बीसीसीआई ने दावा किया कि BYJU'S ने 2019 में हस्ताक्षरित प्रायोजन समझौते के तहत 158 करोड़ रुपये के भुगतान में चूक की है। बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी के प्रायोजन पर अपने अनुबंध के अनुसार 158 करोड़ रुपये का भुगतान करने में विफलता के लिए बायजूस के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू करने की मांग करते हुए एनसीएलटी से संपर्क किया है। एनसीएलटी ने सोमवार को BYJU'S को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

वहीं इस मामले को लेकर एनसीएलटी वेबसाइट ने दिखाया “यह कहा गया है कि सामान्य नोटिस BYJU के ईमेल दिनांक 06.01.2023 को जारी किया गया था और डिफ़ॉल्ट राशि 158 करोड़ रुपये थी। जैसा कि दर्शाया गया है, टीडीएस को छोड़कर।” एनसीएलटी ने BYJU'S को अपना जवाब दाखिल करने के लिए दो सप्ताह और बीसीसीआई को अपना प्रत्युत्तर दाखिल करने के लिए एक और सप्ताह का समय दिया है।

बताया यह भी जा रहा है कि BYJU'S ने हाल ही में बीसीसीआई के दावों का खंडन करते हुए कहा था कि कंपनी इस मामले को सुलझाने के लिए बीसीसीआई के साथ चर्चा कर रही है। हालांकि, बीसीसीआई ने कहा था कि अगर कंपनी निर्धारित समय सीमा के भीतर बकाया राशि का भुगतान नहीं करती है तो वह BYJU'S के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रही है। यह विवाद हाल के महीनों में BYJU'S को परेशान करने वाले विवादों की श्रृंखला में नवीनतम है। कंपनी पर माता-पिता से अधिक शुल्क लेने, भ्रामक विपणन प्रथाओं में संलग्न होने और कर्मचारी मुकदमों का सामना करने का आरोप लगाया गया है।

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