सौरव गांगुली की फिर बिगड़ी तबियत,आज डाला जाएगा एक और स्टेंट, जानें पूरी अपडेट
गांगुली को चक्कर आ रहा था और सीने में हल्की सी तकलीफ थी। परिवार ने गांगुली को अस्पताल ले जाने का फैसला किया। इससे पहले इस महीने की शुरुआत में भारत के पूर्व कप्तान को व्यायाम करते हुए सीने में दर्द उठा था।
नई दिल्ली : सौरव गांगुली को फिर से कोलकाता के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूर्व भारतीय कप्तान और भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली को सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत के बाद बुधवार को कोलकाता के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है इसी महीने के शुरुआत में दिल का हल्का दौरा पड़ने के बाद गांगुली की एंजियोप्लास्टी की गई थी। उनके हृदय की तीन कोरोनरी धमनियां ब्लॉकेज की शिकायत थी। उस समय कहा गया था कि जरूरत पड़ने पर गांगुली को एक और स्टेंट लगाया जाएगा।
सिर्फ रूटीन चेकअप के लिए आए
अपोलो अस्पताल के बयान के अनुसार, डॉक्टर सप्तर्षि बासु और डॉक्टर सुरज मंडल उनको देख रहे हैं। डॉक्टर आफताभ खान आज डॉक्टर देवी शेट्टी की मौजूदगी में गांगुली का स्टेंटिंग करेंगे। इससे पहले अस्पताल की ओर से कहा गया था कि गांगुली की हालत स्थिर है और वह सिर्फ रूटीन चेकअप के लिए आए हैं।
यह पढ़ें....किसान आंदोलन Live: चिल्ला बाॅर्डर के बाद बागपत में भी धरना खत्म, खुल गए रूट
4 सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन
फिलहाल गांगुली को निगरानी में रखा गया। उनके इलाज के लिए 4 सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है। परिवार के करीबी लोगों के अनुसार मंगलवार शाम से गांगुली अच्छा महसूस नहीं कर रहे थे। बुधवार को भी ऐसी स्थिति बने रहने पर उनका ईसीजी किया जिसमें कुछ बदलाव दिखे।
अस्पताल ने बयान में कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान 48 वर्षीय गांगुली के अस्पताल के क्रिटिकल केयर यूनिट (CCU) में कई टेस्ट किए गए और उनमें कोई बदलाव नहीं आया है। वे फिलहाल स्थिर हैं। इस कड़ी में वुडलैंड्स अस्पताल के डॉक्टर सपतार्सी बासु और सरोज मंडल ने उनकी जांच की।
यह पढ़ें....गोरखपुर बसपा MLA के खिलाफ ED का एक्शन, करोड़ों की धोखा-धड़ी का आरोप
व्यायाम करते हुए सीने में दर्द उठा
एक रिपोर्ट के अनुसार, गांगुली को चक्कर आ रहा था और सीने में हल्की सी तकलीफ थी। परिवार ने गांगुली को अस्पताल ले जाने का फैसला किया। इससे पहले इस महीने की शुरुआत में भारत के पूर्व कप्तान को व्यायाम करते हुए सीने में दर्द उठा था। उनके इलाज के लिए नौ सदस्यीय चिकित्सा टीम बनाई गई थी। डॉक्टर देवी शेट्टी, आर के पांडा, सैमुअल मैथ्यू, अश्विन मेहता और न्यूयॉर्क से शमिन के शर्मा जैसे विशेषज्ञों से राय लेने के बाद दिल की नसों में स्टेंट डाला गया था।