अनूप ओझा
नई दिल्ली: अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारत के चैंपियन बनने के बाद पाकिस्तान में क्रिकेट के जिम्मदारों पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। वहां इस बात को लेकर आवाज तेज हो गई है कि चयन समिति से लेकर टीम के प्रशिक्षण, मैनेजर, कोच और क्रिकेट के पूरे सिस्टम में ही बदलाव का समय आ गया है। पाकिस्तान की करारी हार पर मीडिया के डिबेट में बैठे विश्लेषकों ने चयन समिति और टीम के मैनेजर नदीम खान पर सीधा अरोप लगाया कि वे उस जगह बैठे हैं जिसके लिए वे डिजर्व ही नहीं करते। कोचिंग स्टाफ पर आरोप लग रहा है कि वो टीम को दबाव से बाहर नहीं कर पाए। भारत की तेज गेंदबाजी के मुकाबले टीम को तैयार नहीं कर पाए।
प्ले फॉर पाकिस्तान, डोंट प्ले विथ पाकिस्तान
पूर्व खिलाड़ी आवाज उठा रहे हैं कि टीम में चयन ठीक से नहीं हो रहा है। पूर्व ओपनर मोहसिन खान कहते हैं कि प्ले फार पाकिस्तान, डोंट प्ले विद पाकिस्तान। यह इन दिनों पाकिस्तान में जुमला बन गया है। वहां कुछ पूर्व क्रिकेटरों की क्रिकेट एकेडमियां भी चल रही हैं। इन एकेडमियों से टैलेंटेड खिलाड़ी नहीं निकल रहे या अच्छे खिलाडिय़ों को मौका नहीं मिल रहा जो टीम को पूरी तरह से बैलेंस कर सकें। अरोप तो यहां तक लग रहा है कि क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन तो बदलते हैं पर दो दशकों से वही कमेटी काम कर रही है। इस समय वहां हार को लेकर जो मंथन हो रहा है उसमें चयन समिति को सीधे निशाने पर लिया गया है। खास तौर पर नजम सेठी पर सवाल उठ रहे हैं।
एशिया कप हारने के बाद टीम में सिर्फ चार बदलाव हुए। अब्बाद आलम, अली जरियाब इमरान, मोहसिन ओपनर के तौर गए थे पर खेले नहीं। मो. मूसा, मुनीर रियाज रावपिंडी को एक भी मैच नहीं खिलाया गया। पाक में मांग हो रही है कि मिस्बा व यूनुस जैसे खिलाडिय़ों को टीम को प्रशिक्षित करने का मौका देना चाहिए। हारून रशीद पर हमले के साथ ही सलमान बट को टीम चयन समिति में लाने की मांग उठ रही है।
लाइकिंग-डिसलाइकिंग का खेल: आजम
द्रविड़ जैसे कोच की जरुरत: रमीज
पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी रमीज राजा ने युवा भारतीय खिलाडिय़ों के जबरदस्त प्रदर्शन के लिए कोच राहुल द्रविड़ की प्रशंसा की और कहा कि पाकिस्तान को उन्हीं की तरह किसी कोच की जरूरत है जो युवा खिलाडिय़ों का मार्गदर्शन करें। भारत के हाथों अंडर-19 विश्वकप में हार पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि हार का अंतर काफी चौंकाने वाला था। हालांकि उनका मानना है कि यह आश्चर्यजनक नहीं था क्योंकि भारतीय खिलाडिय़ों की तैयारी बेहतर ढंग से हुई है और वह किसी भी दबाव को झेलने को तैयार रहते हैं। राजा के अनुसार भारतीय खिलाडिय़ों को कोच व मेंटर के रूप में राहुल द्रविड़ से काफी मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी उनसे सिर्फ खेल के बारे में ही नहीं सीखते बल्कि और भी काफी कुछ सीखते हैं। अपने आप को बेहतर कैसे बनाया जाए, खेल को कैसे समझा जाए और भी बहुत कुछ।
टीम पर कर दिया जादू: नदीम
मैनेजर नदीम ने कहा था कि हमें लगा था कि ये करीबी मैच होगा, लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा ऐसा लगा कि जैसे टीम पर जादू कर दिया गया है। पूर्व पाकिस्तानी विकेटकीपर मोईन खान के बड़े भाई नदीम ने माना कि पाकिस्तानी युवा क्रिकेट टीम के विकास के लिए काफी कुछ किए जाने की जरूरत है।