रियो डी जेनेरोः रियो ओलंपिक में सोमवार का दिन भी भारत के लिए निराशा से भरा रहा। शूटर अभिनव बिंद्रा और गगन नारंग जहां मेडल पर निशाना लगाने से चूक गए। पुरुषों की हॉकी टीम भी अंतिम क्षणों में जर्मनी से हार गई। जबकि, महिलाओं की हॉकी टीम को ब्रिटेन से मुकाबले में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। तीरंदाजी और तैराकी में भी भारतीय खिलाड़ी कुछ नहीं कर सके।
दीपा ने जलाए रखा उम्मीदों का दीया
तमाम निराशा भरी खबरों के बीच भारत की जिमनास्ट दीपा कर्मकार ने उम्मीदों का दीया जलाए रखा। उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए वॉल्ट स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश किया। दीपा ने अपने ईवेंट में 14.850 का स्कोर बनाया। वॉल्ट स्पर्धा का फाइनल 14 अगस्त को होगा।
बिंद्रा और गगन चूके
भारत को अभिनव बिंद्रा और गगन नारंग से मेडल की उम्मीद थी, लेकिन शूटिंग रेंज में दोनों खिलाड़ी अपनी स्पर्धा में पिछड़ गए। 10 मीटर एयर रायफल में वह मामूली अंतर से ब्रॉन्ज मेडल गंवा बैठे। आखिरी क्षणों में अभिनव तीसरे स्थान के लिए यूक्रेन के शूटर कुलिश के साथ बराबरी पर थे, लेकिन शूटआउट में 0.5 अंक के बारीक अंतर से उन्हें पदक गंवाना पड़ा। गगन नारंग ने पिछले ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था, लेकिन वह इस बार 10 मीटर एयर रायफल स्पर्धा में फाइनल तक भी नहीं पहुंच सके। पुरुषों के ट्रैप ईवेंट में मानवजीत संधू और कीनन चिनाइ भी फाइनल की राह नहीं पकड़ सके।
पुरुष हॉकी में आखिरी क्षणों में हारे
पुरुषों के हॉकी मुकाबले में भारत का मुकाबला पिछली बार के विजेता जर्मनी से था। पीआर श्रीजेश की टीम ने जर्मनी को कांटे की टक्कर दी। शानदार खेल दिखाते हुए दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थीं, लेकिन जर्मनी ने आखिरी क्षणों में जीत का गोल दाग दिया। जर्मनी की ओर से क्रिस्टोफर रुर और निकलास वेलेन ने गोल किए। भारत की ओर से गोल रुपिंदर पाल सिंह ने दागा।
महिला हॉकी में शर्मनाक हार
मंगलवार तड़के हुए मैच में भारतीय महिला हॉकी टीम को ब्रिटेन से 0-3 की शर्मनाक पराजय मिली। ब्रिटेन की ओर से जिसेल आंसले ने पहले हाफ में पहला और निकोला व्हाइट ने दूसरा गोल दागा। वहीं, एलेक्जेंड्रा डैन्सन ने दूसरे हाफ के तीसरे मिनट में तीसरा गोल कर भारत पर अजेय बढ़त बना ली। ब्रिटेन की डिफेंडर खिलाड़ियों ने भारत को गोल दागने का कोई भी मौका नहीं दिया। जबकि खेल शुरू होने पर भारतीय टीम की एकजुटता ने ब्रिटेन के लिए तमाम मुश्किलें खड़ी की थीं और उसके खिलाड़ी डी के आसपास तक नहीं फटक पा रहे थे।
लक्ष्मीरानी का खराब प्रदर्शन
महिला वर्ग में तीरंदाजा के टीम ईवेंट के बाद सोमवार को हुए व्यक्तिगत मुकाबलों में लक्ष्मीरानी मांझी पहले दौर में ही बाहर हो गईं। उन्हें स्लोवाकिया की एलेक्सांद्रा लोंगोवा ने 1-7 से शिकस्त दी। लक्ष्मीरानी की ओर से लोंगोवा को कोई चुनौती नहीं मिली। चार में से एक सेट भी भारतीय तीरंदाज नहीं जीत सकी। सिर्फ तीसरे सेट में उन्होंने 26-26 से बराबरी की। लोंगोवा ने पहला सेट 27-25, दूसरा सेट 28-26 और तीसरा सेट 27-24 से जीत लिया।
तैराकी में भी टूटी उम्मीद
भारत को शिवानी कटारिया और साजन प्रकाश से भी पदक की उम्मीद थी। शिवानी महिलाओं की 200 मीटर फ्री स्टाइल तैराकी स्पर्धा और साजन पुरुषों के 200 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा में हिस्सा ले रहे थे। शिवानी ने पहली हीट में 2:09:30 की टाइमिंग निकालते हुए दूसरा स्थान हासिल किया, लेकिन वह टॉप 16 में जगह बनाने में नाकाम रहीं। वहीं, साजन अपने ईवेंट की पहली हीट में पांच खिलाड़ियों में चौथे रहे।
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