हार के बाद टीम इंडिया में मतभेद, जानें कौन जाएगा बाहर और कौन है अंदर
मिली जानकारी के अनुसार, अब टीम में यह बातें भी होने लगी हैं कि कप्तान और कोच टीम से बाहर कब जा रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि 45 दिन के लिए सहायक कोच और मुख्य कोच का करार बढ़ाया गया है।
बर्मिघम: आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 का फाइनल मुकाबला 14 जुलाई को इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच होगा। इंडिया की निराशाजनक हार के बाद अब इस बात से बाजार गर्म है कि इंडियन टीम के सभी खिलाड़ियों में अंदर ही अंदर काफी मतभेद चल रहे हैं और कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली के अलावा टीम में किसी की नहीं चलती है।
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दरअसल, कप्तान कोहली सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय के पसंदीदा खिलाड़ी हैं। वहीं, इतनी शक्ति बीसीसीआइ के तीनों पदाधिकारियों के पास भी नहीं है कि वो टीम के किसी मसले पर बोल सके। उधर, भारतीय चयनकर्ताओं व उनके मुखिया एमएसके प्रसाद भी रवि शास्त्री और विराट कोहली के खिलाफ कुछ बोले।
कोई नहीं उठाता इनपर सवाल
ऐसे में कोई खिलाड़ी इन बातों को जानने के बाद कभी भी विराट कोहली और रवि शास्त्री के निर्णय पर सवाल नहीं करता। सब जानते हैं कि जब टीम इंडिया वर्ल्ड कप खेलने इंग्लैंड आई थी, तब ऑलराउंडर विजय शंकर चौथे नंबर के खिलाड़ी थे।
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इसके बाद टीम में इस बारे में बातें बननी शुरू हो गईं कि अंबाती रायुडू को टीम में क्यों नहीं लिया गया। हालांकि, इस बात को रवि शास्त्री और विराट कोहली के सामने बोलने की हिम्मत नहीं थी। क्योंकि कोई खिलाड़ी टीम से बाहर नहीं होना चाहता।
जब कोहली और कुंबले में हुए मतभेद
एक वजह यही है कि वर्ल्ड कप 2019 से पहले टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी भी हार गई। तब लीजेंड अनिल कुंबले और विराट कोहली के बीच हुए मतभेद काफी बढ़ गए, जिसके बाद कुंबले को अपने कोच पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा।
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यही नहीं, चाहे बात दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज में 1-2 की पराजय की हो या इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-4 की हार हो। जब इस संदर्भ में विनोद राय से पूछा गया, तब उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कदम उठाने की बात की, लेकिन आज तक कोई एक्शन नहीं लिया गया।
टीम इंडिया के हुए दो हिस्से
बता दें कि भारतीय टीम अभी दो गुटों में बंट गई है। अब टीम में सिर्फ वो खिलाड़ी खेलते हैं, जो या तो विराट कंपनी के सदस्य हैं या फिर उन्हें उनके खेल के आधार पर बाहर नहीं किया जा सकता है। हालांकि, अभी इन दोनों गुटों का असर बाहर नहीं दिख रहा।
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इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि चाहे केएल राहुल फॉर्म में हों या न हों वो टीम में रहते हैं, फिर भले ही वो अंतिम-15 में ही रहें। वहीं, कुलदीप यादव या युजवेंद्रा सिंह चहल अगर ख़राब फॉर्म में हैं तो कुलदीप को बाहर बैठाया जाता है क्योंकि चहल आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर की ओर से खेलते हैं और इस टीम के कप्तान विराट कोहली हैं।
कब जा रहे ये लोग?
मिली जानकारी के अनुसार, अब टीम में यह बातें भी होने लगी हैं कि कप्तान और कोच टीम से बाहर कब जा रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि 45 दिन के लिए सहायक कोच और मुख्य कोच का करार बढ़ाया गया है। बीसीसीआइ का चुनाव अगर इसके बाद हुआ तो वह तय करेंगे कि क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (सीईसी) नए कोच और सहयोगी स्टाफ का चुनाव कब करे।
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वहीं, अगर चुनाव नहीं हुआ और सीओए के हाथ में ही कमान रही तो ये उसका काम होगा कि सीईसी को इस काम के लिए आगे आने को कहे। हालांकि, खिलाड़ियों का ये भी कहना है कि कप्तान कोहली तो अपने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन कर ही रहे हैं लेकिन कोच कब जा रहे हैं?
जाधव और कार्तिक का करियर खतरे में
टीम इंडिया अभी तक मध्य क्रम के लिए कोई सटीक खिलाड़ी नहीं ढूंढ पाई है। हालांकि, इसके लिए केदार जाधव और दिनेश कार्तिक फिट हैं लेकिन दोनों ही 34-34 साल के हो गए हैं। ऐसे में आज नहीं तो कल दोनों ही रिटायर हो जायेंगे। इसके बाद फिर टीम इंडिया को मध्य क्रम के लिए खिलाड़ी देखना होगा। बता दें कि टी-20 वर्ल्ड कप अब दूर नहीं है। इसके बाद भारत में साल 2023 में आईसीसी वर्ल्ड कप की मेजबानी इंडिया करेगा। ऐसे में टीम इंडिया को टीम अभी से करनी होगी।