लखनऊ: इन दिनों देश में फुटबाल फीवर चल रहा है। फुटबाल प्रेमियों के लिए 6 अक्टूबर से 28 तक त्यौहार का माहौल रहेगा। इस विश्वकप पर पूरे विश्व की निगाहें टिकी होगीं। हर छोटी से छोटी घटनाओं पर खेल प्रेमियों की निगाहें टिकी होगीं। कोलकाता के दर्शक तो इस प्रतियोगिता के लिए दीवाने हुए जा रहे हैं। पहली बार भारत की मेजबानी में 6 अक्टूबर से होने वाले फीफा अंडर 17 विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट की चमचमाती विजेता ट्रॉफी ने देश भर में 16000 किलोमीटर का सफर तय किया।
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ट्रॉफी ने अपने छह सप्ताह के सफर के दौरान छह मेजबान शहरों दिल्ली, गुवाहाटी, कोलकाता, नवी मुंबई, गोवा और कोच्चि में फुटबॉल प्रेमियों को दर्शन दिए। ट्रॉफी के सफर का समापन फोर्ट कोच्चि में वास्को डी गामा चौराहे पर उत्सव जैसे माहौल में हुआ। ट्रॉफी के सफर की शुरुआत 19 अगस्त को दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम से हुई थी। अब यह ट्रॉफी पुनः कोलकाता लौट आएगी, जहां विजेता टीम को दी जाएगी।
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मिलेगी विजेता को कोलकाता में
यह ट्रॉफी 28 अक्टूबर को कोलकाता के विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में फाइनल के बाद विजेता कप्तान को मिलेगी।इस सफर में 10 लाख से ज्यादा लोगों ने ट्रॉफी को देखा। देश में फुटबॉल को लोकप्रिय बनाने के लिए केंद्र सरकार भी कई प्रयास कर रही है जिनमें मिशन वन मिलियन भी शामिल है। इसके तहत 2020 तक दस लाख खिलाड़ियों को फुटबाल से सक्रिय तौर पर जोड़ना शामिल है।