IND vs AUS: टीम में न होने पर भी चहल बने हीरो, भारत को ऐसे जिताया पहला टी-20
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले टी-20 मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम को 11 रनों से हरा दिया। भारत के 7 विकेट पर 161 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम 7 विकेट पर 150 रन ही बना सकी।
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया में एकदिवसीय मुकाबला 2-1 से हारने के बाद भारत ने टी-20 सीरीज की शानदार शुरुआत की है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले टी-20 मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम को 11 रनों से हरा दिया। भारत के 7 विकेट पर 161 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम 7 विकेट पर 150 रन ही बना सकी।
भारत की जीत में ओपनर केएल राहुल और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का बड़ा योगदान रहा मगर सही मायने में मैच का पासा गेंदबाज यजुवेंद्र चहल ने ही पलटा। मजे की बात यह है कि चहल प्लेइंग इलेवन में ही भी शामिल नहीं थे मगर उन्हें जडेजा की जगह कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर मैदान में उतारा गया और उन्होंने शानदार गेंदबाजी से भारत को मैच जीता दिया।
ये भी पढ़ें: IND vs AUS: इस नए नियम से भारत को मिली संजीवनी, जानिए इसके बारे में
अच्छी नहीं रही भारत की शुरुआत
कैनबरा में खेले गए पहले टी-20 मैच में टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले भारत से बल्लेबाजी करने को कहा। भारत की शुरुआत काफी खराब रही और ओपनर शिखर धवन सिर्फ एक रन बनाकर मिचेल स्टार्क की गेंद पर बोल्ड हो गए। कप्तान विराट कोहली भी कोई कमाल नहीं दिखा सके और 9 बॉल पर 9 रन बनाकर ही आउट हो गए। बाद में केएल राहुल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 51 रन बनाए।
जडेजा और सैमसन की शानदार बल्लेबाजी
निचले क्रम में रविंद्र जडेजा और संजू सैमसन की पारियों की बदौलत भारत ने 7 विकेट पर 161 रन बनाने में कामयाबी हासिल की। जडेजा ने काफी तेज खेल दिखाते हुए 23 गेंदों पर 44 रन बनाए जबकि संजू सैमसन ने 23 रनों की जिम्मेदार पारी खेली।
जडेजा को सिर में लगी चोट
जडेजा को बैटिंग के दौरान सिर पर चोट भी लगी। पारी के 20 ओवर की दूसरी गेंद जडेजा के बैट का किनारा लेकर हेलमेट से टकरा गई। हेलमेट से टकराने के बाद गेंद पॉइंट पर खड़े हेनरिक्स के पास गई, लेकिन वह कैच नहीं कर पाए। जडेजा ने इसके बाद भी शानदार बल्लेबाजी करते हुए इस स्टार्क के ओवर की चौथी और पांचवी गेंद पर लगातार चौके जड़े।
चहल की गेंदबाजी ने पलटा रुख
इनिंग ब्रेक के दौरान रवींद्र जडेजा की चोट का निरीक्षण करने के बाद उन्हें आगे न खेलने की सलाह दी गई। आईसीसी के कन्कशन सब्स्टीट्यूट के नियम के तहत भारत ने जडेजा की जगह यजुवेंद्र चहल को मैदान पर उतारा और चहल ने अपनी गेंदबाजी से मैच का रुख पलट दिया। चहल ने इस मैच में 4 ओवर में 25 रन देकर ऑस्ट्रेलिया के तीन महत्वपूर्ण विकेट झटके। चहल ने एरोन फिंच (35), स्टीव स्मिथ (12) और मैथ्यू वेड (7) के विकेट झटके। चहल ने ऐसे मौकों पर आस्ट्रेलिया को झटका दिया जबकि आस्ट्रेलिया की टीम विजय की ओर बढ़ती दिख रही थी।
चहल बने मैन ऑफ द मैच
भारत की जीत में केएल राहुल और जडेजा की महत्वपूर्ण भूमिका रही मगर असली मैच विनर चहल ही साबित हुए। यही कारण था कि उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। भारत की ओर से नटराजन ने भी 30 रन देकर तीन विकेट झटके जबकि ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर ने चार ओवर में सिर्फ 16 रन दिए। आईसीसी के मैच रेफरी डेविड बून ने भारत को नियमों के तहत कन्कक्शन सब्स्टीट्यूट के रूप में जडेजा की जगह चहल को उतारने की अनुमति दे दी। वैसे ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर उनके इस फैसले से नाराज नजर आ रहे थे।
ये भी पढ़ें: इस देश में खेला जाएगा एशिया कप 2021, PCB ने किया ऐलान
क्या है कन्कशन रूल
आईसीसी की ओर से करीब एक साल पहले ही कन्कशन रूल को मान्यता दी गई है। इस नियम के मुताबिक मैच के दौरान किसी खिलाड़ी के सिर पर चोट लगने पर उसकी जगह दूसरे खिलाड़ी को मैदान में खेलने का मौका मिलता है। आईसीसी के नए नियम की खासियत यह है कि कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर उतरे खिलाड़ी को बॉलिंग, बैटिंग, विकेटकीपिंग और फील्डिंग सबकुछ करने की छूट होती है।
नियम में जुड़ी है यह शर्त
आईसीसी की ओर से कन्कशन सब्स्टीट्यूट के इस नियम में एक शर्त यह जोड़ी गई है कि बल्लेबाज की जगह बल्लेबाज, गेंदबाज की जगह गेंदबाज और ऑलराउंडर की जगह ऑलराउंडर को ही मैदान में खेलने का मौका मिलेगा। सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी को मैदान में उतारने की छूट पहले भी हुआ करती थी मगर तब सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी केवल क्षेत्ररक्षण ही कर सकता था।
अंशुमान तिवारी