टी-20 सीरीज जीत के बाद चिंता में कप्तान रोहित शर्मा, टी-20 वर्ल्ड कप से पहले सुधारनी होगी ये तीन बड़ी परेशानी

IND vs AUS T20: टीम इंडिया ने रविवार को हैदराबाद के मैदान पर जीत के साथ ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। पहले मैच में हार के बाद लगातार दो मैच जीतकर टीम इंडिया ने सीरीज अपने नाम की। भले ही भारतीय टीम ने इस सीरीज पर कब्जा जमा लिया हो लेकिन इसके बावजूद कप्तान रोहित शर्मा की चिंता कम होने के बजाय अधिक हो गई।

Written By :  Suryakant Soni
Update: 2022-09-26 03:31 GMT

IND vs AUS T20

IND vs AUS T20: टीम इंडिया ने रविवार को हैदराबाद के मैदान पर जीत के साथ ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। पहले मैच में हार के बाद लगातार दो मैच जीतकर टीम इंडिया ने सीरीज अपने नाम की। भले ही भारतीय टीम ने इस सीरीज पर कब्जा जमा लिया हो लेकिन इसके बावजूद कप्तान रोहित शर्मा की चिंता कम होने के बजाय अधिक हो गई। अगले महीने होने वाले विश्वकप से पहले टीम इंडिया की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह टी-20 श्रृंखला कई मायनों में काफी अहम थी। टीम इंडिया ने ऐसे जीतकर अपनी ताकत तो दिखाई, लेकिन क्षेत्रों में टीम का खराब प्रदर्शन कप्तान और क्रिकेट प्रेमियों के लिए चिंता का सबब बन गया। चलिए जानते हैं वो जरुरी बातें जिनको टी-20 वर्ल्ड कप से पहले सुलझानी होगी...

रोहित शर्मा का मजबूत जोड़ीदार:

टीम इंडिया के लिए ओपनिंग का जिम्मा कप्तान रोहित शर्मा और केएल राहुल ने संभाल रखा है। रोहित शर्मा तो बराबर रन बना रहे हैं। लेकिन उनके जोड़ीदार केएल राहुल में निरंतरता बिल्कुल नहीं दिखाई दे रही है। पिछले दोनों मैच भले ही भारत ने जीत लिए हो लेकिन उसमें केएल राहुल ने टीम को निराश किया है। राहुल ने तीन पारियों (55, 10, 1) में 66 रन बनाए। जब तक टीम की ओपनिंग जोड़ी अच्छी शुरुआत नहीं देगी तो पिछले आने वाले बल्लेबाज़ों पर दबाव देखने को मिलेगा। आगामी टी-20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए ओपनिंग जोड़ी को अपने प्रदर्शन में निरंतरता लानी होगी।

तेज़ गेंदबाज़ों की जमकर धुनाई:

पिछले कुछ मैचों से टीम इंडिया की जीत सिर्फ स्पिन गेंदबाज़ी के दम पर नज़र आई है। तेज़ गेंदबाज़ी को तो हर मैच में जबरदस्त धुनाई हो रही है। टीम के मुख्य तेज़ गेंदबाज़ भुवनेश्वर ने अपने प्रदर्शन से फैंस को काफी निराश किया है। हर ओवर के हिसाब वो पिछले कई मैचों में 10 रन से भी ज्यादा लूटा रहे हैं। ऐसे में उनको अपने प्रदर्शन में सुधार लाने के बहुत जरुरत है। उनके अलावा टी-20 स्पेशलिस्ट गेंदबाज़ कहे जाने वाले हर्षल पटेल ने रन खर्च करने के मामले में सभी को पीछे छोड़ दिया है। हर्षल ने तीन मैचों में 10 की इकॉनमी से रन लुटाए और केवल एक विकेट ले पाए। हर्षल पटेल ने डेथ ओवर्स में 17 पारियों में 11.30 की इकॉनमी से रन लुटाए हैं। इस दौरान उनको बल्लेबाज़ों ने 23 छक्के भी जड़े हैं। ऐसे में इन दोनों गेंदबाज़ों के खराब प्रदर्शन से जसप्रीत बुमराह पर दबाव आ सकता है।

भारत की फील्डिंग भी रही औसत:

क्रिकेट में बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी के बाद सबसे महत्वपूर्ण होती है टीम की फील्डिंग। इस सीरीज में टीम इंडिया की फील्डिंग भी काफी ख़राब रही है। टीम ने कई अहम मौकों पर कैच टपकाए जिससे चलते मैच में बड़ा अंतर पैदा हुआ। मोहाली में टीम इंडिया के फील्डरों ने तीन महत्वपूर्ण कैच छोड़ दिए थे। ऐसे में अगर फील्डिंग का यहीं स्तर ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में रहा तो खिताब जीतना काफी मुश्किल हो जाएगा।    

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